National Pension System NPS Calculation: 60 वर्ष पूरी होने के बाद भले ही नौकरी करने वाली व्यक्ति रिटायर हो जाता है , लेकिन उसके घर के खर्च तो बंद नहीं होते हैं. ऐसे में घर के रेगुलर खर्च को पूरा करने के लिए सही समय पर रिटायरमेंट प्लानिंग करना बहुत जरूरी है. हर समझदार व्यक्ति अपनी नौकरी के साथ ही रिटायरमेंट की प्लानिंग करने में लग जाता है. 60 साल की उम्र के बाद लोगों को रेगुलर इनकम मिल सके इसके लिए मार्केट में कई तरह की निवेश स्कीम या पेंशन स्कीम मौजूद हैं. उन्हीं में से एक का नाम है नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS). यह एक शानदार पेंशन स्कीम (Pension Scheme)  हैं जिसमें निवेश करके आप केवल पेंशन ही नहीं बल्कि टैक्स छूट और रेगुलर इनकम भी मिलती है. इससे लोगों को अपने महीने की खर्च की चिंता नहीं रहती है. आइए जम आपको सबसे पहले इस स्कीम के डिटेल्स और निवेश के रिटर्न के बारे में जानकारी दे रहे हैं.


नेशनल पेंशन सिस्टम क्या है?
नेशनल पेंशन सिस्टम (National Pension System) एक रिटायरमेंट (Retirement Planning) और निवेश के लिए शानदार स्कीम है. इस स्कीम में निवेश करके आप अपने भविष्य के लिए बेहतर प्लानिंग कर सकते हैं. यह सरकारी द्वारा चलाई जाने वाली कंट्रीब्यूटरी पेंशन स्कीम है जिसमें निवेश करने पर आपको रिटायरमेंट पर एक बड़ा फंड मिलता है. इसके साथ ही आपको निवेश को आधार पर हर महीने एन्युटी की रकम (Annuity) यानी पेंशन भी मिलता है. इस स्कीम को सरकार ने साल 2004 में शुरू किया था. इस स्कीम में कोई भी कामकाजी व्यक्ति अपनी नौकरी के दौरान हर महीने इस स्कीम में अपना कॉन्ट्रिब्यूशन दे सकते हैं.


NPS स्कीम में जमा पैसों का जिम्मा PFRDA की ओर से रजिस्टर्ड पेंशन फंड मैनेजर को दिया जाता है. यह निवेशकों के पैसों को गवर्नमेंट और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज और इक्विटी में निवेश करता है. इससे निवेशकों को लंबी अवधि में तगड़ा रिटर्न मिलता है. यह खाता दो तरह का खुलता है. पहले टियर-1 और दूसरा टियर-2. टियर-1 एक रिटायरमेंट खाता है. वहीं दूसरा खाता वॉलेटरी खाता है जिसे पहले खाते को खोलने के बाद ही खोला जा सकता है. टियर-1 में आप कम के कम 500 रुपये का कम से कम निवेश कर सकते हैं. वहीं टियर-2 में कम से कम 1,000 रुपये का निवेश आवश्यक है.


हर महीने मिलेगा तगड़ा रिटर्न
आप इस स्कीम में निवेश करके 51,000 रुपये से ज्यादा की पेंशन 60 वर्ष की उम्र के बाद प्राप्त कर सकते हैं. उदाहरण के तौर पर कोई निवेश केवल 21 साल की उम्र में इस स्कीम में निवेश करना शुरू करता है और वह हर दिन 150 रुपये निवेश करता है तो उसकी हर महीने कुल निवेश 4,500 रुपये बनेगा. ऐसे में 60 साल तक यह हर महीने निवेश करने पर कुल निवेश की गई राशि 21.06 लाख रुपये होगी. 39 वें साल में यह 10 फीसदी की सालाना रिटर्न पर निवेशक को पूरे 2.59 करोड़ रुपये का फंड मिलेगा. ऐसे में इसमें से 60% राशि निवेशक को एकमुश्त मिल जाएगी. ऐसे में आप 60 वर्ष की उम्र में पूरे 1.55 करोड़ रुपये के मालिक बन जाएंगी. वहीं बची 40 फीसदी राशि जो कि 1.04 करोड़ रुपये है उसे मासिक पेंशन के रूप में बदल दिया जाएगा.


हर महीने मिलेगा पेंशन का लाभ
एनपीएस स्कीम के तहत निवेशकों को 40 फीसदी राशि अगर पेंशन के रूप में मिलेगी. ऐसे में 1.04 करोड़ रुपये को हर महीने की मासिक पेंशन में बदला जाए तो यह लगभग 52,000 के आसपास बनता है. ध्यान देने वाली बात ये है कि आप जिससे ज्यादा एन्युटी के पैसों को रखेंगे आपको उतना ज्यादा रिटर्न मिलता है.


NPS खाता खोलने का तरीका-
NPS खाते को आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से खुलवा सकते हैं. ऑफलाइन खाता खुलवाने के लिए आप बैंक जाएं और वहां जाकर NPS फॉर्म फिल करें और केवाईसी करवाएं. इसके बाद पैन नंबर और आधार कार्ड नंबर के डिटेल्स को शेयर करें. इसके बाद रजिस्ट्रेशन भुगतान कर दें. वहीं ऑनलाइन माध्यम से खाता खोलने के लिए आप NPS की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन करके यह खाता खोल सकते हैं.


इनकम टैक्स की छूट का मिलता है फायदा
आपको बता दें कि अगर आप सेविंग के साथ ही इनकम टैक्स में छूट (Income Tax Rebate)  का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं. इस स्कीम में आप इनकम टैक्स के सेक्शन 80CCD (1), 80CCD(1b) और 80 CCD(2) के तहत टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं. इसमें आपको 1.50 लाख के साथ-साथ 50,000 रुपये की अतिरिक्त छूट मिलती है. ऐसे में इसमें निवेश करके अधिकतम 2 लाख रुपये की छूट प्राप्त कर सकते हैं. 


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