(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज आईपीओ से1160 करोड़ रुपये जुटाएगी, जानें निवेश के लिए कितना सही
ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स कंपनी की सहयोगी कंपनी है. यह कंपनी दवाओं के लिए एपीआई का उत्पादन करती है.
कोरोना संक्रमण ने फार्मा कंपनियों की वित्तीय स्थिति काफी मजबूत कर दी है. बड़ी मात्रा में दवाइयों, सप्लीमेंट्स और मेडिकल उपकरणों की बिक्री की वजह से कई कंपनियों ने अपनी प्रोडक्शन क्षमता बढ़ाई है. लेकिन कई कंपनियों को अपना प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए बड़े फंड की जरूरत है. कुछ कंपनियां इसके लिए आईपीओ के जरिये पैसा जुटाना चाहती हैं. अब जल्द ही देश की अहम फार्मा कंपनियों में से एक ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज भी अपना आईपीओ मार्केट में लाने जा रही है. कंपनी अपने बिजनेस को बढ़ाने और पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राइमरी मार्केट में उतरेगी.
ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज आईपीओ के तहत 1,160 करोड़ रुपये का फ्रेश शेयर जारी करेगी
ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज आईपीओ के तहत 1,160 करोड़ रुपये का फ्रेश शेयर जारी करेगी और ऑफर फॉर सेल के जरिये 73,10,000 इक्विटी शेयर जारी करेगी. कंपनी में ग्लेनमार्क फार्मा की सौ फीसदी हिस्सेदारी है. ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज लिमिटेड ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स (Glenmark Pharmaceuticals) की सहयोगी कंपनी है. ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज ने अपने आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी के पास पिछले शनिवार को रेड हेरिंग प्रोस्पेक्टस (DRHP)दाखिल कर दिया है.कंपनी नए शेयर के जरिये जुटाए गए फंड में से 900 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी एपीआई बिजनेस की खरीदारी में करेगी. बचे हुए 152.76 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पूंजीगत खर्चों की जरूरत पूरी करने में होगा.
कंपनी रेवेन्यू के लिए अपने एपीआई बिजनेस पर निर्भर है. 2019 में कंपनी का 84.14 फीसदी और वर्ष 2020 में 89.87 फीसदी राजस्व एपीआई बिजनेस से आया था. ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज ने इस आईपीओ के लिए गोल्डमैन सैक्स , कोटक महिंद्रा कैपिटल , बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज (BoFa Securities), डीएएम कैपिटल, बैंक ऑफ बड़ौदा कैपिटल और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स को अपना लीड मैनेजर नियुक्त किया है. ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज दवा बनाने में इस्तेमाल कच्चे माल का उत्पादन करती है. कंपनी देश में हाई वैल्यू नॉन कॉमोडिटाइज्ड एक्टिव फार्मास्युटिकल इनग्रेडिएंट मैन्युफैक्चर करने वाली प्रमुख कंपनियों में शामिल है. कंपनी लंबी बीमारियों के इलाज के लिए दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाले एपीआई का उत्पादन करती है.
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