World Economy in 2023: साल 2023 इकोनॉमी के लिहाज से बहुत अहम होने वाले है. कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पूरी दुनिया के अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पहले ही यह चेतावनी दी है कि साल 2023 में पूरी दुनिया की एक तिहाई इकोनॉमी मंदी की चपेट में आ सकती है. अब आईएमएफ मैनेजिंग चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) ने कहा है कि ग्लोबल इकोनॉमी 2.7 फीसदी की दर से साल 2023 से बढ़ेगी. इसके साथ ही IMF ने अपने पहले के अनुमान में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को उम्मीद है कि तेल की कीमतों में कंट्रोल और लेबर मार्केट में मजबूती के कारण ग्लोबल इकोनॉमी 2.3 फीसदी से बढ़ने की संभावना है.
साल 2023 ग्लोबल इकोनॉमी के लिए रहेगा 'मुश्किल'
IMF मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने यह चेतावनी भी दी है कि साल 2023 विश्व इकोनॉमी (World Economy) के लिए बहुत 'मुश्किल' रहने वाला है. दुनियाभर के देशों के लिए महंगाई साल 2023 में भी मुश्किल पैदा करने वाली है. इसके साथ ही IMF चीफ ने कहा है कि अगर साल 2023 में लोगों के पास नौकरी रहती है तो सामान खरीदने के लिए वह पैसे खर्च करते रहेंगे और महंगाई के बाद के ग्लोबल इकोनॉमी में तेजी देखी जा सकती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि IMF आगे आने वाले दिनों में विश्व की इकोनॉमी में किसी बड़ी गिरावट को नहीं देख रहा है. यह एक अच्छी खबर है.
चीन में कोरोना के कारण विश्व इकोनॉमी को लगा झटका
इसके साथ ही आईएमएफ (IMF) चीफ ने कहा कि साल 2022 में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन (China) ग्लोबल इकोनॉमी में 35 से 40 फीसदी की कॉन्ट्रिब्यूशन देती है. साल 2022 में चीन में कोरोना के कारण हालात बिगड़ते हुए दिखाई देने लगे. इसके कारण चीन की GDP पर इसका बुरा असर देखने को मिला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी अमेरिका में भी मंदी का थोड़ा असर दिखेगा, लेकिन देश टेक्निकल रूप मंदी के दौर में इंटर नहीं करेगा.
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