Pine Labs IPO: सिंगापुर नहीं, भारत में आईपीओ लाएगी ये ग्लोबल कंपनी, अरबों डॉलर रहेगा साइज
Pine Labs India IPO: इस फिनटेक कंपनी का अंतरराष्ट्रीय कारोबार अब तक सिंगापुर से संचालित होता आ रहा था, लेकिन अब कंपनी अपने बेस को भारत में ही शिफ्ट कर रही है...
भारतीय शेयर बाजार की रिकॉर्ड रैली के बीच आईपीओ बाजार में गहमागहमी की स्थिति है. पिछले कई महीनों से बाजार में ताबड़तोड़ आईपीओ लॉन्च हो रहे हैं और उनमें से ज्यदातर निवेशकों को आकर्षित करने में कामयाब हो रहे हैं. भारतीय बाजार में इस बूम का फायदा उठाने के लिए ग्लोबल फिनटेक फर्म पाइन लैब्स भी जल्द यहां आईपीओ लेकर आ सकती है.
इतना बड़ा होगा प्रस्तावित आईपीओ
ब्लूमबर्ग की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, पाइन लैब्स प्राइवेट लिमिटेड भारत में 1 बिलियन डॉलर का आईपीओ लॉन्च कर सकती है. स्थानीय मुद्रा में यह अनुमानित आकार लगभग साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये हो जाता है. इस तरह पाइन लैब्स का आईपीओ भारतीय बाजार में हाल-फिलहाल में लॉन्च हुए सबसे बड़े आईपीओ में शामिल हो सकता है. रिपोर्ट के अनुसार कंपनी प्रस्तावित आईपीओ में 6 बिलियन डॉलर से ज्यादा का मूल्यांकन पाने का प्रयास कर रही है.
पेटीएम के बाद बनेगा ये रिकॉर्ड
अगर ब्लूमबर्ग की खबर सही साबित होती है तो पाइन लैब्स का यह प्रस्तावित आईपीओ कई लिहाज से महत्वपूर्ण हो जाता है. यह भारतीय बाजार में किसी भी फिनटेक कंपनी का अब तक का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ होगा. फिनटेक कंपनी के सबसे बड़े स्थानीय आईपीओ का रिकॉर्ड पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के नाम है, जो 2021 में 2.5 बिलियन डॉलर का आईपीओ लेकर आई थी.
भारत को बेस बना रही है कंपनी
फिन टेक कंपनी पाइन लैब्स अभी तक सिंगापुर को बेस बनाकर काम कर रही थी, लेकिन अब कंपनी भारत को अपना बेस बनाना चाहती है. कंपनी को अपना बेस भारत में रिलोकेट करने के लिए सिंगापुर की अदालत से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. उसके बाद भारतीय बाजार में आईपीओ लाने और शेयरों को स्थानीय बाजार पर सूचीबद्ध कराने से उपस्थिति को मजबूत करने में मदद मिल सकती है.
भारत समेत कई देशों में कारोबार
पाइन लैब्स को एक्सवी पार्टनर्स और मास्टरकार्ड जैसी कंपनियों का समर्थन हासिल है. कंपनी कार्ड पेमेंट मशीन समेत पॉइंट ऑफ सेल से जुड़े कई समाधान पेश करती है. कंपनी भारत के अलावा पश्चिम एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन मुहैया कराती है. एशिया में कंपनी का काफी मजबूत कारोबार है. खासकर डिजिटल पेमेंट सेगमेंट में उसकी उपस्थिति मजबूत है.
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