रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म में हिस्सा खरीदने के लिए निवेशकों में होड़ लगी है. अब जियो में आठवां निवेशक भी हिस्सा खरीदने की तैयारी में है. इकनॉमिक टाइम्स की एक खबर में कहा गया है अमेरिकी निवेश कंपनी टीपीजी कैपिटल जियो प्लेटफॉर्म में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है. अगले कुछ दिनों में जियो प्लेटफॉर्म में इस निवेश का खुलासा हो सकता है.
अब तक सात निवेशक मिल कर जियो प्लेटफॉर्म में 97,885 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं. सबसे नया निवेश अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) का था, जिसने 5,683.50 करोड़ रुपये का निवेश कर जियो प्लेटफॉर्म का 1.16 फीसदी हिस्सा खरीदा है. इससे पहले सिल्वर लेक (दो किस्तों में), फेसबुक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला इसमें हिस्सा खरीदने का ऐलान कर चुकी हैं.रिलांयस इंडस्ट्रीज खुद को कर्ज मुक्त कंपनी बनाना चाहती है इसलिए वह जियो प्लेटफॉर्म हिस्सेदारी बेच कर पैसा जुटा रही है. रिलायंस पर 1.08 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है.
अलीबाबा और गूगल के मुकाबले जियो प्लेटफॉर्म को खड़ा करने की तैयारी
इस बीच मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बटे अनंत अंबानी को औपचारिक रूप से जियो प्लेटफॉर्म के प्रबंधन में शामिल किया गया है. उन्हें अतिरिक्त निदेशक बनाया गया है.कंपनी जियो प्लेटफॉर्म को अलीबाबा और गूगल के मुकाबले खड़ा करना चाहती है. दरअसल रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने तेल कारोबार से हासिल हो रहे कैश को अपने दूसरे बिजनेस के विस्तार में इस्तेमाल कर रही है. अपने टेलीकॉम बिजनेस को बढ़ाने में उसे इससे काफी मदद मिली. इसी तरह वह अब ई-रिटेलिंग के बिजनेस को आगे बढ़ाना चाहती है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रिलायंस जियो के लिए अब तक चार लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं.