Fitch Ratings: भारत के लिए एक खुशखबरी आई है, ग्लोबल रेटिेंग एजेंसी फिच ने भारत के लिए स्थिर आउटलुक के साथ 'BBB' रेटिंग की पुष्टि की है. इसके पीछे भारत की विकास दर के मजबूत रहने और इसके लचीले बाहरी फाइनेंस की ताकत को कारण बताया है. फिच ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत की तेज ग्रोथ इसके समकक्ष देशों की तुलना में लचीले बाहरी फाइनेंस और एक मजबूत विकास दृष्टिकोण से ताकत को दिखाती है. जिसने पिछले एक साल में बड़े बाहरी झटकों को दूर करने में भारत का समर्थन किया है.
फिच ने भारत का आउटलुक बताया मजबूत
फिच ने कहा है कि भारत अपने मजबूत ग्रोथ आउटलुक के जरिए विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है और इसके मार्च 2024 की खत्म होने वाले वित्त वर्ष में 6 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है. इसके पीछे भारत में लगातार बढ़ता निवेश परिदृश्य जिम्मेदार रहेगा.
कुछ चुनौतियों का भी फिच ने किया जिक्र
फिच ने इस बात पर भी जोर दिया है कि ये भारत के कमजोर पब्लिक फाइनेंसिंग के ऑफसैट को दिखाता है. ये देश के ऊंचे वित्तीय घाटे और इसके समकक्ष देशों की तुलना में ज्यादा कर्ज को दिखाता है और ये इस बात का भी संकेत है कि ये विश्व बैंक के गवर्नेंस के मानकों पर इसको कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. वहीं भारत की प्रति कैपिटा जीडीपी को भी ध्यान में रखना होगा.
फिच ने समय-समय पर किया रेटिंग में बदलाव
जनवरी में इस रेटिंग एजेंसी ने भारत की वित्त वर्ष 2024 के लिए ग्रोथ क 6.2 फीसदी पर रहने की उम्मीद जताई थी. हालांकि ऊंची महंगाई दरों, बढ़ती ब्याज दरों और धीमी ग्लोबल डिमांड के चलते फिच रेटिंग ने भारत की आर्थिक विकास दर के अनुमान को कम किया है. इसके तहत फिच ने वित्त वर्ष 2023 के 7 फीसदी ग्रोथ रेट के अनुमान को बदला और इसके 7 फीसदी से घटकर 6.7 फीसदी पर आने का अनुमान जताया था. हालांकि ये अनुमान वित्त वर्ष 2025 के लिए था.
कोविड महामारी के बाद आई थी जबरदस्त डिमांड
इसके पीछे एक बड़ा कारण ये भी है कि कोविड महामारी के असर के कम होने के बाद जो डिमांड और खपत में उछाल आया था वो अब धीरे-धीरे मंद पड़ रही है और इसके असर से भारत की अर्थव्यवस्था भी अछूती नहीं है.
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी भारत की रेटिंग को सबसे निचले इंवेस्टमेंट ग्रेड में रखते हुए इसे Baa3 पर रखा था और इसके लिए स्टेबल आउटलुक दिया था. एसएंडपी ने भी इसी तरह की रेटिंग भारत के लिए दी है और देश के लिए कुछ चिंताओं का हवाला दिया था.
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