Go First Crisis: भारतीय एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) को उस समय बहुत बड़ा झटका लगा जब देश में सस्ती हवाई सेवा प्रदान करने वाली कंपनी गो फर्स्ट (Go First) ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) को पास खुद को दिवालिया घोषित करने का आवेदन किया. इसके बाद से ही एयरलाइंस और कर्मचारियों के भविष्य पर असमंजस बना हुआ है. एयरलाइंस के भविष्य पर बात करते हुए गो फर्स्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैशिक खोना (Go First CEO Kaushik Khona) ने अपने सभी कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि कंपनी अप्रैल की सैलरी जल्द ही देगी. इसके साथ ही उन्होंने किसी तरह की सैलरी कटौती से भी साफ इनकार कर दिया.
सीईओ ने कही यह बात
बिजनेस लाइन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गो फर्स्ट के सीईओ कौशिक खोना (CEO Kaushik Khona) ने कहा कि एयरलाइंस जल्द ही अंतरिम फंड प्राप्त करने की कोशिश कर रही है. इसके लिए कंपनी कई मिडिल ईस्ट कैरियर से भी बातचीत कर रही है. इस मुद्दे पर पायलट से बात करते हुए उन्होंने कहा कि फंड जुटाने की प्रक्रिया को आईबीसी मानदंडों के अनुसार पूरा किया जाएगा. मंगलवार को CoC (Committee of Creditors) को IBC के नियम के मुताबिक बनाया जाएगा जिसमें कंपनी को कर्ज से उभारने के लिए एक प्लान पेश किया जाएगा. यह प्लान NCLT द्वारा नियुक्त किए गए रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (IRP) अभिलाष लाल पेश करेंगे.
सीईओ ने दिया आश्वासन
शनिवार को गो फर्स्ट के सीईओ कौशिक खोना से पायलटों के साथ 2 घंटे अधिक की मीटिंग की जिसमें उन्होंने कई तरह के सवालों के जवाब दिए. खोना ने कहा कि फिलहाल हम कुल तीन चीजों पर फोकस करना चाहते हैं. वह है सैलरी, ऑपरेशन और फंड की व्यवस्था. इस मौके पर उन्होंने अपने एंप्लाइज से माफी मांगते हुए कहा कि कोरोना की शुरुआत के साथ ही एयरलाइंस ने सैलरी देने में देरी की है.
इसके बाद हालात बेहद खराब होते चले गए, लेकिन मैं आपको आश्वासन देना चाहता हूं कि सभी एंप्लाइज को अप्रैल की सैलरी जरूर मिलेगी और इसमें किसी तरह की कटौती नहीं की जाएगी. गौरतलब है कि गो फर्स्ट में कुल 7,000 स्थाई कर्मचारी है और कुल 10,000 लोगों को कुल मिलाकर कंपनी रोजगार दे रही है. ध्यान देने वाली बात ये है कि NCLT ने एयरलाइंस को यह आदेश दिया है कि वह किसी भी कर्मचारी की छंटनी न करें.
ये भी पढ़ें-