Go First Crisis: ऐसा लगता है कि गो फर्स्ट का उड़ान संकट खत्म होने को ही नहीं आ रहा है. एक बार फिर गो फर्स्ट ने जानकारी दी है कि उसकी उड़ानों का कैंसिलेशन बरकरार रखा जा रहा है. गो फर्स्ट ने अपने ट्वीट के जरिए सूचना दी है कि 18 अगस्त तक एयरलाइन की उड़ानें रद्द रहेंगी. इसके लिए कंपनी ने पुराने कारणों को ही जिम्मेदार बताया है.


क्या है गो एयर के ट्वीट में 


गो फर्स्ट ने ट्वीट कर कहा कि ऑपरेशनल कारणों के चलते गो फर्स्ट 18 जुलाई तक विमानों की उड़ान को रद्द रखेगी. कंपनी ने फिर से यात्रियों से खेद प्रकट किया है. एयरलाइंस ने ट्वीट में ये भी कहा कि कंपनी ने तत्काल समाधान और परिचालन को शुरू करने के लिए एक आवेदन दायर किया है. हम जल्द ही बुकिंग फिर से शुरू कर सकेंगे. हम आपके धैर्य के लिए धन्यवाद करते हैं



105 दिनों से जारी है गो फर्स्ट का उड़ान संकट


3 मई, 2023 से वित्तीय संकट झेल रही गो फर्स्ट ने अपने सभी उड़ानों को रद्द करने का ऐलान किया था जो अब तक जारी है. हालांकि ये बात ध्यान रखने वाली है कि एविएशन सेक्टर का रेगुलेटर डीजीसीए शर्तों के साथ गो फर्स्ट को उड़ान भरने के लिए मंजूरी दे चुका है. 3 मई 2023 से जारी इस संकट का अर्थ है कि 105 दिनों के बाद भी ये निजी एयरलाइन अपनी फ्लाइट्स के संचालन को पूरा करने में सफल नहीं हो पा रही है.


डीजीसीए ने कब दी थी गो फर्स्ट को मंजूरी


बीती 1 जुलाई को एविएशन सेक्टर के रेग्यूलेटर डीजीसीए ने गो फर्स्ट को शर्तों के साथ उड़ान भरने की इजाजत दी थी. डीजीसीए ने अंतरिम फंड की उपलब्धता और रेग्यूलेटर से फ्लाइट शेड्यूल के अप्रूवल के बाद ऑपरेशन शुरू करने को कहा था. इसके तहत डीजीसीए ने गो फर्स्ट को 15 एयरक्रॉफ्ट के साथ रोजाना 115 फ्लाइट्स के ऑपरेशन की इजाजत दे दी थी.


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