वित्तीय संकटों के बाद दिवाला प्रक्रिया से जझ रही विमानन कंपनी गो फर्स्ट को खरीदने में अब कुछ पार्टियों ने दिलचस्पी दिखाई है. गो फर्स्ट में दिलचस्पी दिखाने वाले संभावित खरीदारों में एक नाम घरेलू बजट एयरलाइन स्पाइस जेट का भी है.
इन तीन कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्पाइस जेट के अलावा दो और एंटिटीज ने गो फर्स्ट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है. उनमें अफ्रीका के साफरीक इन्वेस्टमेंट्स और शारजाह की एविएशन कंपनी स्काई वन शामिल है. तीनों कंपनियों ने गो फर्स्ट को खरीदने में तब दिलचस्पी दिखाई है, जबकि प्रस्ताव जमा करने की डेडलाइन पहले ही बीत चुकी है और लेंडर्स कंपनी के लिक्विडेशन पर विचार कर रहे हैं.
रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल को भेजे गए रिक्वेस्ट
रिपोर्ट के अनुसार, गो फर्स्ट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाने वाली तीनों कंपनियों ने प्रस्ताव सौंपने की डेडलाइन को बढ़ाने का अनुरोध किया है. इसके लिए उन्होंने गो फर्स्ट की कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस को संभाल रहे रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल शैलेंद्र अजमेरा के पास बीते 10 दिनों के दौरान रिक्वेस्ट भेजा है. अब कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स इन अनुरोधों पर गौर करने के बाद बैठक करने वाली है, जिसमें विचार किया जाएगा कि डेडलाइन को बढ़ाया जा सकता है या नहीं.
22 नवंबर तक नहीं मिली कोई बोली
गो फर्स्ट की दिवाला प्रक्रिय के तहत ऑफर देने की डेडलाइन 22 नवंबर थी. यानी संभावित खरीदारों को अपना ऑफर पेश करने के लिए 22 नवंबर तक का समय दिया गया था. 22 नवंबर तक गो फर्स्ट को खरीदने में किसी ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई. डेडलाइन के बाद लेंडर्स के पास 2 रास्ते बचे थे- या तो वे डेडलाइन को आगे बढ़ाते या लिक्विडेशन की राह पर बढ़ते.
डेडलाइन के बढ़ने की उम्मीद
गो फर्स्ट के लिए जिंदल स्टील एंड पावर के नवीन जिंदल ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटेरेस्ट पेया किया था, लेकिन उन्होंने फाइनल ऑफर नहीं दिया था. उन्होंने न तो फाइनल बोली पेश की थी, न ही लेंडर्स से अतिरिक्त समय की मांग की थी. अब चूंकि गो फर्स्ट को खरीदने में तीन कंपनियां दिलचस्पी दिखा रही हैं, इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि लेंडर्स डेडलाइन को आगे बढ़ा दें.
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