Go First Flights Operations: गो फर्स्ट ने खराब वित्तीय हालात के कारण अपनी फ्लाइट्स के संचालन को 3 मई, 2023 को बंद कर दिया था. इसके बाद से ही लगातार कंपनी द्वारा दोबारा उड़ान के संचालन को शुरू करने के कयास लगाए जा रहे हैं. अब इसे लेकर बड़ी खबर आई है. गो फर्स्ट ने विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को जानकारी दी है कि उन्होंने फ्लाइट्स के संचालन को शुरू करने के लिए किसी डेट का निर्धारण नहीं किया है. इसके साथ ही मंगलवार को एयरलाइंस के निलंबित बोर्ड ने चार विमान पट्टेदार कंपनियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है.
कंपनी ने नहीं तय ही है कोई समय सीमा
गो फर्स्ट एयरलाइन (Go First Crisis) द्वारा डीजीसीए को दी गई जानकारी के मुताबिक मौजूदा वक्त में एयरलाइंस ने अपने फ्लाइट के ऑपरेशन को शुरू करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है. ध्यान देने वाली बात ये है पिछले हफ्ते से ही यह खबर आ रही थी कि कंपनी 27 मई से अपने उड़ान के संचालन की शुरुआत 20 विमानों के साथ कर सकती है, लेकिन अब एयरलाइंस की इस सफाई के बाद फिलहाल ऑपरेशन शुरू होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है.
जानें अब तक क्या हुआ
नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने सोमवार को कहा कि गो फर्स्ट एयरलाइन के खिलाफ दिवाला समाधान के कार्यवाही को जारी रखा जाएगा, जिसके बाद विमान पट्टेदार कंपनियों को अपने विमान वापस लेने के प्रयासों को कड़ा झटका लगा है. पट्टे पर विमान देने वाली चार कंपनियों है एसएमबीसी एविएशन कैपिटल लिमिटेड, जीवाई एविएश, एसएफवी एयरक्राफ्ट होल्डिंग्स और इंजन लीजिंग फाइनेंस बी वी. इन चारों के कुल 22 विमान वाडिया ग्रुप के पास हैं.
3 मई से बंद है फ्लाइट का ऑपरेशन
गो फर्स्ट घरेलू बाजार में सस्ती हवाई सेवा देने वाली बड़ी कंपनियों में से एक है. एयरलाइंस लंबे वक्त से बुरे आर्थिक दौर से गुजर रही थी, जिसके बाद कंपनी ने 3 मई को अपनी फ्लाइट्स सेवाओं को बंद कर दिया. इसके साथ ही नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) का रुख करते हुए खुद को दिवालिया करने के लिए आवेदन दे दिया था. इसके बाद से ही एयरलाइंस के उड़ान संचालन को लेकर कई तरह की खबरें आ रही है, लेकिन डीजीसीए को दिए गए बयान के बाद यह साफ हो गया है कि फिलहाल फ्लाइट्स के ऑपरेशन को लेकर कंपनी ने कोई फैसला नहीं किया है.
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