वाडिया ग्रुप की एयरलाइन ने 3 से लेकर 5 मई तक अपने सभी फ्लाइट को कैसिंल कर दिया है. साथ ही एनसीएलटी के पास दिवालिया के लिए याचिका भी दायर की है. कंपनी के पास बैंकों का बड़ा बकाया है. दिवालिया फाइलिंग में कंपनी ने कहा है कि उसके पास दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं है.
गो फर्स्ट के फ्लाइट रद्द करने के फैसले के कारण एयरलाइन के करीब 55,000-60,000 के बीच यात्री प्रभावित होंगे. मौजूदा समय में गो फर्स्ट घरेलू उड़ानों में करीब 200 डेली फ्लाइट का संचालन कर रहा है और इस गर्मी सीजन के दौरान 220 फ्लाइट की मंजूरी मिली है. मार्च के दौरान 8.95 लाख यात्रियों को सफर कराया था.
अब यात्रियों को क्या करना चाहिए
अगर आपने 3 से लेकर 5 मई तक गो फर्स्ट के साथ टिकट की बुकिंग की है तो आपको ये सुनिश्चित करना होगा कि आप एयरलाइन के संपर्क में हैं. एयरलाइन भी आपसे संपर्क कर सकती है. डीजीसीए के नियम के मुताबिक, अगर किसी एयरलाइन ने फ्लाइट कैंसिल किया है तो उसे रिफंड दिया जाएगा.
गो फर्स्ट ने 3 मई के लिए नई मुंबई से नई दिल्ली के लिए सबसे सस्ता किराया 10 हजार रुपये से ज्यादा में पेश किया था. वहीं जबकि दिल्ली से मुंबई के लिए सबसे सस्ती उड़ान 5,000 रुपये से कुछ अधिक पर बिक रही है. इसके अलावा, मुंबई से लखनऊ के लिए सबसे सस्ता किराया गो फर्स्ट का 3 मई के लिए 18,000 रुपये से अधिक है.
कैसे मिलेगा रिफंड
एयरलाइंस ने कहा है कि जिन लोगों ने 3 से 5 मई तक टिकट की बुकिंग कराई थी. वे पूरा रिफंड पाने के लिए पात्र हैं. वेबसाइट से बुकिंग करने वाले यात्री, वेबसाइट पर ही रिफंड पा सकते हैं. वहीं जिन कस्टमर ने ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर्स के जरिए बुकिंग की है, उन्हें भी सोर्स अकाउंट में रिफंड मिलेगा. हालांकि रिफंड नहीं जारी किया जाता है तो ग्राहक ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर से भी संपर्क कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें
Go First Crisis: दिवालिया होने के कगार पर गो फर्स्ट, जानें एयरलाइंस पर कितना है कुल बकाया