अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति मीटिंग शुरू होने से पहले अंतरराष्ट्रीय मार्केट में गोल्ड की कीमत स्थिर बनी हुई है. मंगलवार को इंटरनेशनल मार्केट  में स्पॉट गोल्ड 1780.86 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रहा वहीं गोल्ड फ्यूचर में थोड़ा परिवर्तन दिखा और यह 1780.10 डॉलर प्रति औंस पर बिका. इस  बीच डॉलर की कीमतों में इजाफे की वजह से गोल्ड में मांग थोड़ी कम दिखी. अब इंटरनेशनल मार्केट  में निवेशकों की नजर फेड की मौद्रिक नीति पर है. हालांकि इसमें किसी बड़े परिवर्तन की उम्मीद नहीं है. 


दिल्ली मार्केट में सस्ता हुआ सोना 


घरेलू मार्केट में मंगलवार को गोल्ड लगातार चौथे दिन गिर गया.  एमसीएक्स में गोल्ड गिर कर 47456 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया. वहीं सिल्वर 68,709 रुपये पर बिका. गोल्ड पिछले सप्ताह 48,400 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया था. यह पिछले दो महीने का उच्चतम स्तर था. एमसीएक्स में गोल्ड को 47,100 रुपये पर सपोर्ट मिल सकता है और  47,700 पर रेजिस्टेंस. सिल्वर में गिरावट का रुझान हो सकता है. इसे 68.100 रुपये पर सपोर्ट मिल सकता है और 69,000 पर रेजिस्टेंस. दिल्ली मार्केट में सोमवार को सोना 81 रुपये की गिरावट के साथ 46,976 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया था. 


अंतरराष्ट्रीय  बाजार में मिला-जुला रुख 


पूरी दुनिया में गोल्ड की कीमतों में मिलाजुला रुख देखने को मिल रहा है. अमेरिकी और यूरोपीय बाजार में गोल्ड की कीमतों में तेजी का दौर शुरू हो सकता है. वहीं जिन देशों में कोविड संक्रमण थोड़ा नियंत्रित हैं वहां शेयर बाजार समेत दूसरे जोखिम वाले निवेश माध्यमों में निवेशकों का रुझान बढ़ता दिख रहा है. भारत में भले ही पिछले दिनों गोल्ड का आयात बढ़ा है लेकिन रिटेल मांग कम  है. शादियों और त्योहारों के सीजन के बावजूद लॉकडाउन और पाबंदियों की वजह से ज्वैलर्स  की डिमांड घटी है. हालांकि कोविड के मामले बढ़ते हैं तो गोल्ड के दाम बढ़ सकते हैं. पिछले साल सोना अगस्त में 56 हजार रुपये के स्तर को पार कर गया था. यह अब तक का सर्वोच्च स्तर था.


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