त्योहारी सीजन की मांग खत्म होने से सोना छह साल के उच्चतम स्तर से फिसला
विदेशों में कमजोरी के रुख के बीच आभूषण विक्रेताओं और फुटकर कारोबारियों की मांग घटने से बीते सप्ताह दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 580 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत 32,070 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ.
नई दिल्ली: बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में लगातार पिछले छह सप्ताह से जारी तेजी पर अंकुश लग गया. विदेशों में कमजोरी के रुख के बीच आभूषण विक्रेताओं और फुटकर कारोबारियों की मांग घटने से बीते सप्ताह दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 580 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत 32,070 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. बाजार सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी बैठक में ब्याज दर कोई बदलाव नहीं किया.
इस वर्ष ब्याज दर में चौथी बार बढोतरी अगले महीने होने की उम्मीद की जा रही है. इस स्थिति में डॉलर मजबूत होने से सर्राफा मांग प्रभावित हुई और कारोबारी धारणा मंदी हो गयी. इसके अलावा घरेलू आभूषण निर्माताओं और फुटकर कारोबारियों की त्योहारी मांग खत्म होने से स्थानीय कारोबारी धारणा प्रभावित हुई. ‘गोवर्धन पूजा’ के कारण गुरुवार को बाजार बंद रहे.
वैश्विक स्तर पर सोने की कीमत सप्ताहांत में 1,210.40 डॉलर प्रति औंस पर नरमी में रहीं जो सप्ताह का निम्नतम स्तर रहा है. पिछले सप्ताहांत यह 1,233.20 डॉलर प्रति औंस थी. जबकि चांदी पिछले सप्ताहांत के बंद भाव 14.82 डालर के मुकाबले समीक्षाधीन सप्ताह अंत में 14.25 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई. राष्ट्रीय राजधानी में ‘धनतेरस’ और ‘दीवाली’ त्योहार के कारण आभूषण विक्रेताओं और फुटकर कारोबारियों की लिवाली बढ़ने से 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत की शुरुआत 32,690 और 32,540 रुपये प्रति दस ग्राम पर मजबूत रुख के साथ हुई. लेकिन निरंतर गिरावट के बाद सप्ताहांत में यह 580 - 580 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 32,070 रुपये और 31,920 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई.
सोने की ही तरह गिन्नी की कीमत 200 रुपये की हानि के साथ सप्ताहांत में 24,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर बंद हुई. सोने की तर्ज पर सप्ताह के अधिकांश भाग में चांदी तैयार और चांदी साप्ताहिक डिलिवरी के भाव लगातार दबाव में रहे और सप्ताहांत में ये कीमतें 1,530 रुपये और 1,940 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 38,000 रुपये और 36,880 रुपये प्रति किलो पर बंद हुईं. चांदी सिक्कों की कीमत भी सप्ताहांत में 1,000 रुपये की हानि के साथ लिवाल 75,000 रुपये और बिकवाल 76,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर बंद हुई.