Gold ETF: गोल्ड ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में अगस्त में 1,028 करोड़ रुपये का निवेश आया है, जो इसका 16 महीने का उच्च स्तर बन गया है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक इसके साथ ही इस श्रेणी में सालाना आधार पर फ्लो 1,400 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है. इससे पहले अप्रैल, 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से इस कैटेगरी में 1,100 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था जो पिछले साल भी किसी महीने में सबसे ज्यादा गोल्ड ईटीएफ का निवेश था. अप्रैल, 2022 के बाद से अगस्त, 2023 में गोल्ड ईटीएफ में सबसे अधिक मासिक फ्लो देखा गया है.


क्या बनी है वजह


अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी जारी रहने के बीच अगस्त में गोल्ड ईटीएफ में निवेश 1,028 करोड़ रुपये पर आ चुका है जो 16 महीने का रिकॉर्ड उच्च स्तर है. अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने से आर्थिक विकास दर की रफ्तार पर असर देखा गया है जिसके असर से गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने वालों की संख्या में इजाफा देखा गया है. गोल्ड ईटीएफ में निवेश इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि अमेरिका में लगातार ब्याज दरें बढ़ने से डॉलर के लिए रिस्क बढ़ा है और निवेशक गोल्ड की तरफ आकर्षित हो रहे हैं.


फोलियो की संख्या भी बढ़ी


अगस्त में 2023 में गोल्ड ईटीएफ में फ्लो के अलावा इसके ऐसेट बेस और निवेशक खातों (फोलियो) की संख्या में भी इजाफा दर्ज किया गया है. आंकड़ों के मुताबिक, गोल्ड ईटीएफ में अगस्त में 1028 करोड़ रुपये का इंवेस्टमेंट देखा गया. इससे पहले जुलाई में इसमें 456 करोड़ रुपये का निवेश मिला था.


गोल्ड ईटीएफ में लगातार तीन तिमाहियों से हो रहा था विड्रॉल


इससे पहले, गोल्ड ईटीएफ में लगातार तीन तिमाहियों की बिकवाली के बाद अप्रैल-जून की अवधि के दौरान 298 करोड़ रुपये का निवेश देखा गया था. मार्च तिमाही में इस कैटेगरी से 1243 करोड़ रुपये, दिसंबर तिमाही में 320 करोड़ रुपये और सितंबर तिमाही में 165 करोड़ रुपये का विड्रॉल देखा गया है.


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