Gold Silver Outlook: भारतीयों को सोना खरीदने का बेहद ज्यादा शौक है, चाहे वो इसे ज्वैलरी के रूप में अपने पास रखें या सोने को लॉकर में रखकर उसका आनंद लें. दुनिया में सोने की सबसे ज्यादा खपत करने वाले देशों में भारत की गिनती होती है. सोने के दामों को जानने की रूचि लोगों में हमेशा रहती है और गोल्ड रेट के नीचे आने की उम्मीद भी करते रहते हैं. अभी हाल ही में देश में त्योहारों का सीजन खत्म हो चुका है और शादियों का सीजन शुरू हो चुका है. ऐसे में सोने में खरीदारी को लेकर आपको क्या रुख अपनाना चाहिए, इसके लिए करेंसी और कमोडिटी बाजार के एक्सपर्ट की सलाह हम आपके लिए लेकर आए हैं.
सोने के आज के दाम
आज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने के रेट में जोरदार उछाल देखा जा रहा है और ये तीन चौथाई फीसदी के करीब की उछाल पर बना हुआ है. एमसीएक्स पर सोने का भाव दिसंबर वायदा के लिए 0.74 फीसदी की बढ़त के साथ 53,135 रुपये प्रति 10 ग्राम पर दिखाई दे रहा है.
जानें क्या है गोल्ड पर जानकार की राय
आनंद राठी शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स लिमिटेड के करेंसीज एंड कमोडिटीज बिजनेस सेगमेंट के डायरेक्टर नवीन माथुर का कहना है कि सोने को लेकर आगे के आउटलुक की अगर बात करें तो भाव नीचे ही आने की उम्मीद है क्योंकि इसका ट्रेंड नीचे के लेवल के लिए ही लग रहा है. फिलहाल सोने के दाम 52,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास जो चल रहे हैं वो कम आ सकते हैं.
इसके फंडामेंटल कारण ये हैं कि भले ही अभी डॉलर में गिरावट देखी जा रही है लेकिन आने वाले समय में जैसे 1-2 महीने में इसके दाम में एप्रिसिएशन यानी बढ़त देखी जा सकती है. डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की चाल कैसी रहेगी, इस पर नजर रखना भी महत्वपूर्ण है.
हालांकि पिछले हफ्ते और इस मौजूदा हफ्ते में डॉलर के दाम नीचे आए हैं और सोने-चांदी के दामों में तेजी देखी जा रही है. डॉलर के रेट नीचे आने के पीछे कई देशों के महंगाई के आंकड़े कम आने का कारण भी रहे हैं जैसा कि अमेरिका में हुआ. इनके इस बार के महंगाई दर के आंकड़े 7.7 फीसदी पर आए हैं जो कि इससे पिछली बार 8 फीसदी से ज्यादा रहे थे. महंगाई को लेकर चिंताएं कम होने लगी हैं जिससे ये उम्मीदें भी बन रही हैं कि देशों के सेंट्रल बैंकों द्वारा जो ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना थी उसमें कमी की जाए और इंटरेस्ट रेट्स को दिसंबर में 0.50 फीसदी तक ही बढ़ाया जाए. इससे जहां डॉलर के दाम पर असर आएगा वहीं डॉलर की तुलना में रुपया और अन्य कमोडिटीज के दाम पर भी असर देखा जा सकता है.
इसकी वजह से डॉलर इंडेक्स 114 या 114 + के लेवल तक भी जा चुका है पर हाल में डॉलर के दाम नीचे आने का असर इससे जुड़ी कमोडिटीज के दामों पर भी देखा जा रहा है. रुपये में जो गिरावट थी वो भी कम हुई है और आने वाले समय में इसके 80 या 79 रुपये प्रति डॉलर तक आने की उम्मीद हम कर सकते हैं.
सोने के रेट को लेकर क्या है अनुमान
नवीन माथुर का कहना है कि सोने के दाम को लेकर कह सकते हैं इनके दाम में ना तो ज्यादा तेजी आएगी और ना ही ज्यादा गिरावट दर्ज की जाएगी. हालांकि ट्रेंड क्योंकि नीचे का ही लग रहा है तो सोना एक बार फिर 51000 से 50,000 रुपये या इसके आसपास की रेंज में आ सकता है.
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