Gold Loan: गोल्ड लोन लेने के लिए अक्सर कहा जाता है कि ये कम डॉक्यूमेंटेशन वाला आसान सा सिक्योर्ड लोन होता है. इसमें पैसा जल्दी और कम कागजी कार्रवाई के बाद मिलता है. हालांकि इस आसान से लोन की फाइनेंसिंग से जुड़ी संस्थाओं पर आरबीआई (RBI) ने पैनी निगाहें बना रखी हैं. गोल्ड लोन लेना भारत में काफी प्रचलन में है और इसके चलते गोल्ड लोन देने वाली संस्थाएं चाहे वो बैंक हों या गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनियां- सभी के लिए आरबीआई ने नया निर्देश जारी कर दिया है. जानिए कैसे आप पर और गोल्ड फाइनेंसिंग कंपनियों पर असर होने वाला है.
2 दिन पहले लिए गए आरबीआई के फैसले
2 दिन पहले आरबीआई के फैसले के मुताबिक इस क्षेत्र में गोल्ड लोन देने वाले ज्वैलर्स-संस्थाओं के कामकाज में खामियां पाई गई हैं और पूरी तरह रेगुलेशन के तहत काम नहीं कर रही हैं और. पहले तो इसमें गोल्ड लोन लेने वाले कस्टमर्स के सामने सोने का वैल्यूएशन तय नहीं किया जा रहा है. दूसरे गोल्ड लोन लेने के समय जांच और मॉनिटरिंग के बावजूद कर्ज लेने वालों के साथ पूरी तरह ट्रांसपेरेंसी नहीं बरती जा रही है और उनके साथ लापरवाही की जा रही है. इसके अलावा कस्टमर के कर्ज की रकम ना चुकाने की स्थिति पर ज्वेलरी की नीलामी भी बिना ट्रांसपेरेंसी अपनाते हुए बेची जा रही है.
सितंबर में आरबीआई ने उठाया था क्या कदम
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 19 सितंबर 2024 को आईआईएफएल फाइनेंस लिमिटेड (इंडिया इंफोलाइन) के गोल्ड लोन बिजनेस पर लगे बैन को हटा लिया जिसके बाद कंपनी गोल्ड लोन को मंजूरी देने पर लगी रोक हट गई है और कंपनी अपने गोल्ड लोन कारोबार फिर से शुरू कर सकती है.
आरबीआई की सख्ती के बाद बीते कल सोने के कारोबार से जुड़े शेयरों में देखी गई गिरावट
1 अक्टूबर यानी कल मंगलवार को सोने का कारोबार करने वाले ज्वैलर्स या गोल्ड लोन संस्थाओं के शेयरों में गिरावट देखी गई है. टाइटन का स्टॉक 1 फीसदी से ज्यादा गिरकर बंद हुआ. मुथूट फाइनेंस में तो करीब 4 फीसदी की गिरावट रही और ये 3.93 फीसदी टूटकर 1951.95 रुपये पर बंद हुआ. मण्णापुरम फाइनेंस भी 1.87 फीसदी फिसला और 197.58 रुपये पर बंद हुआ.
गोल्ड लोन आपके घर में रखे सोने का अच्छा इस्तेमाल करता है और इसके बदले आपको कम ब्याज पर लोन भी मिल जाता है. गोल्ड लोन लेने वालों की देश में बड़ी संख्या है और इस सेगमेंट में लोन लेना और देना बड़ी मात्रा में गोल्ड के कारोबार से जुड़ा है.
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