(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अपनी रिकॉर्ड कीमत से 12000 रुपये टूटा सोना, आखिर क्यों बना है गोल्ड में गिरावट का रुख?
साल 2020 में सोने की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला था. साल 2020 की शुरुआत में 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 40 हजार रुपये थी. वहीं अगस्त 2020 में ही सोना बढ़कर 56 हजार रुपये के पार हो गया.
नई दिल्ली: पिछले कुछ वक्त से सोना लगातार सस्ता होता जा रहा है. 10 ग्राम सोने की कीमतें अपने उच्च स्तर से करीब 12 हजार रुपये नीचे आ चुकी है. वहीं अभी भी सोने में गिरावट का रुख बना हुआ है. साथ ही माना जा रहा है कि सोने की कीमतों में आने वाले दिनों में और गिरावट भी देखी जा सकती है.
अगस्त 2020 में 10 ग्राम सोने की कीमतें 56 हजार रुपये के पार हो गई थी. हालांकि अब 10 ग्राम सोने की कीमतें 44 हजार रुपये तक आ चुकी है. वहीं सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे कई अहम वजह मानी जा रही हैं. दरअसल, सोने की कीमतों में मंदी के पीछे अंतर्राष्ट्रीय दबाव एक कारण बना हुआ है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों पर दबाव बना हुआ है, जिसके कारण सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है.
इसके अलावा भारत में इस बार बजट में सोना-चांदी पर लगने वाले आयात शुल्क पर पांच फीसदी कटौती का ऐलान किया गया था. इससे पहले सोने-चांदी पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क देना होता है. हालांकि बजट में की गई घोषणा के मुताबिक अब सोना-चांदी पर 7.5 फीसदी का ही आयात शुल्क देना होगा. इसको भी सोने की कीमतें कम होने के पीछे की एक वजह मानी जा रही है.
20 फीसदी टूट चुका है सोना
मिलवुड केन इंटरनेशनल के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी निश भट्ट ने कहा कि 2020 में ड्रीम रन के बाद सोना 2021 में अपने हाई प्राइज से 20 फीसदी नीचे गिर चुका है. घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट अंतर्राष्ट्रीय बाजार के अनुरूप है. डॉलर के मजबूत होने से सोना खरीदना महंगा हो जाता है. वहीं गोल्ड ईटीएफ से भारी निकासी भी सोने की कीमतों में नरमी का एक कारण है.
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि दुनिया भर में कोरोना टीकाकरण अभियान के दौरान सोने की कीमतों में कमी बनी रहेगी क्योंकि दुनिया में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ सकती है. वैश्विक स्तर पर अधिक तरलता के कारण मुद्रास्फीति में वृद्धि की उम्मीद मध्यम से दीर्घावधि में सोने की कीमतों में मदद कर सकती है.
इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज, यस सिक्योरिटीज के लीड एनालिस्ट हितेश जैन ने सोने की कीमतों में हालिया गिरावट पर कहा कि सरकारी प्रोत्साहन, केंद्रीय बैंक बैलेंस शीट को देखते हुए हम अभी भी गोल्ड की कीमतों में तेजी के रुख के साथ बने हुए हैं. हालांकि गोल्ड की कीमतों पर डॉलर के उतार-चढ़ाव का असर भी बना रहेगा.
बता दें कि साल 2020 में सोने की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला था. साल 2020 की शुरुआत में 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 40 हजार रुपये थी. वहीं अगस्त 2020 में ही सोना बढ़कर 56 हजार रुपये के पार हो गया. हालांकि अब सोना फिर से गिरकर 44 रुपये के करीब पहुंच चुका है.
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