Gold Prices: सोमवार 20 मार्च 2023 को सोना 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक लेवल को पार कर गया. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोना 60,418 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर जा पहुंचा है. 2022 के आखिरी कारोबारी दिन सोना 54,790 रुपये पर था. यानि 2023 में जिन निवेशकों ने सोने में निवेश किया है उन्हें 10 फीसदी या 5600 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा का रिटर्न मिला है. 2022 की शुरुआत में सोना 47850 रुपये पर था. यानि इन 14 महीनों में सोने ने 26 फीसदी या 12550 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिटर्न दिया है.
सोने ने दिया शानदार रिटर्न
ये याद रखना चाहिए कि 2022 रूस के यूक्रेन पर सैन्य हमले, उसके बाद वैश्विक आर्थिक संकट, कमरतोड़ महंगाई और महंगे ब्याज दरों वाला वर्ष रहा है तो 2022 में दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली. 2022 की शुरुआत में कमोडिटी के दाम चढ़े जरूर लेकिन साल खत्म होने पर नीचे जा फिसले. लेकिन सोने में जिन लोगों ने निवेश किया उन्हें सोने की चमक ने मालामाल कर दिया.
2008 में 12,000 रुपये के करीब था सोना
जब भी महंगाई ज्यादा रहती है तो निवेशक हेजिंग और अपनी गाढ़ी कमाई को बचाने के लिए सोने में निवेश करते हैं. और सोना में निवेश करने वाले लोगों को कभी निराशा नहीं हुई है. 2008 में जब लेहमैन ब्रदर्स के दिवालिया होने के चलते ग्लोबल फाइनैंशियल क्राइसिस देखने को मिली थी तब सोना 12,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब कारोबार कर रहा था. 2012 में सोने की कीमत 31000 रुपये पर जा पहुंची थी. हालांकि उसके बाद कीमतों में नरमी देखने को मिली. साल 2018 में सोना 30,000 से 31000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब कारोबार कर रहा था. और उसके बाद पांच सालों में सोने का भाव डबल हो चुका है. यानि सोने में निवेश करने वाले निवेशकों को 5 वर्षों में 100 फीसदी का रिटर्न मिला है.
5 वर्ष में सेंसेक्स-निफ्टी से ज्यादा दिया रिटर्न
2018 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11,000 अंकों के करीब ट्रेड कर रहा था और अब 17,100 पर ट्रेड कर रहा है. यानि निफ्टी ने इस अवधि में केवल 55 फीसदी का रिटर्न दिया है. सेंसेक्स की बात करें तो 2018 में सेंसेक्स 33,000 अंकों के करीब था जो अब 58000 के करीब है, यानि सेंसेक्स ने 75 फीसदी का रिटर्न दिया है. लेकिन सेंसेक्स और निफ्टी से भी ज्यादा सोने ने 100 फीसदी का रिटर्न दिया है.
65,000 तक जा सकता है सोना
जानकारों की मानें तो सोने में तेजी यहीं थमने वाली नहीं है. वैश्विक आर्थिक संकट जारी रहा, महंगाई से राहत नहीं मिली और दुनियाभर के सेंट्रल बैंक ब्याज दरें बढ़ाते रहे तो बीच-बीच में कीमतों में मामूली करेक्शन आने के बावजूद सोने के दाम 65,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जाने की भविष्यवाणी की जा रही है. वैश्विक अनिश्चितता के दौर में सोने को हमेशा से एक सुरक्षित निवेश के तौर पर देखा जाता रहा है.
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