Gold Prices: सोने की चमक दिनों दिन और बढ़ती जा रही है. सोने के दाम नए रिकॉर्ड बनाने को आतुर नजर आ रहा है. मार्च 2023 के तीसरे हफ्ते में सोना पहली बार 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार गया था और अप्रैल 2023 में ये 61,000 रुपये को भी पार कर गया. और जो वैश्विक आर्थिक हालात नजर आ रहे उसके बाद सोने के दामों में और तेजी आने की संभावना जताई जा रही है. लेकिन सोने की बढ़ती कीमतों के दो पक्ष हैं. जिन्होंने बेहतर रिटर्न की उम्मीद में सोने में निवेश किया है उन्हें अपने निवेश पर शानदार रिटर्न मिल रहा है. लेकिन जिनके घरों में आने वाले शादियों के सीजन में अपनों की शादी है उनकी तो जेब कटने वाली है. सोने के जेवरात खरीदने पर ज्यादा पैसे चिकाने होंगे.

  


2013 में 29000 रुपये था सोना 


दुनियाभर के शेयर बाजार में उठापटक देखी जा रही है, कमोडिटी के दामों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. इमर्जिंग मार्केट से निवेशक निवेश निकालने में जुटे हैं तो वे सोने में निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं क्योंकि मौजूदा हालात में सोने में निवेश को सबसे सुरक्षित माना जा रहा है. बीते 10 वर्षों में सोने में निवेश करने वाले निवेशकों की तो निकल पड़ी है. 10 वर्षों में सोने की कीमतों के चाल पर नजर डालें तो ठीक 10 साल पहले 2013 में सोना 29000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब कारोबार कर रहा था. 2015 में कीमतों में नरमी भी आई और दाम घटकर 26000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. लेकिन उसके बाद से सोने की कीमतों ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है.  


10 वर्षों में 100 फीसदी से ज्यादा महंगा हुआ सोना 


2018 में सोना 31000 रुपये, 2019 में 35000 रुपये, 2020 में 48000 रुपये, 2022 में 52000 रुपये और अब 61000 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर कारोबार कर रहा है. 2022 के आखिरी कारोबारी दिन 30 दिसंबर को सोना 54,790 रुपये पर था. यानि जिन निवेशकों ने सोने में निवेश किया है उन्हें 10 फीसदी या 6300 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा का रिटर्न मिला है. 2022 की शुरुआत में सोना 47850 रुपये पर था. यानि इन 15 महीनों में सोने ने 27.50 फीसदी या 13150 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिटर्न दिया है.  2022 में रूस के यूक्रेन पर सैन्य हमले, वैश्विक आर्थिक संकट, कमरतोड़ महंगाई और महंगे ब्याज दर देखने को मिला है. 2022 में दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली. पर सोने में जिन लोगों ने निवेश किया उन्हें सोने की चमक ने मालामाल कर दिया. जानकारों की मानें तो सोने में तेजी यहीं थमने वाली नहीं है.  सोने के दाम 65,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जाने की भविष्यवाणी की जा रही है. 


10 वर्षों में 15 फीसदी कमजोर हुआ रुपया 


केवल सोना ही नहीं बल्कि जिन्होंने ग्लोबल करेंसी डॉलर खरीदरकर अपने पास रखा हुआ था. उन्होंने भी जबरदस्त मुनाफा बनाया है. 10 साल पहले एक डॉलर के मुकाबले रुपया 54 के लेवल पर ट्रेड कर रहा था. लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपये में बड़ी कमजोरी देखने को मिली. नतीजा एक डॉलर के मुकाबले रुपया 82 रुपये के लेवल तक जा लुढ़का. 10 वर्षों में डॉलर के मुकाबले रुपया 51 फीसदी तक कमजोर हुआ है. डॉलर की मजबूती के चलते भारत के लिए आयात महंगा हुआ है. चाहे वो सोना या कच्चा तेल दोनों ही भारत सबसे ज्यादा आयात करता है और दोनों ही के आयात पर ज्यादा डॉलर खर्च करने पड़ रहे हैं. 


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