World Gold Council: भारत में बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) समेत दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने साल 2023 में 1037 टन सोने की खरीदारी की है जो 2022 में खरीदे गए 1082 टन के बाद दूसरी सबसे बड़ी खरीदारी है. दुनियाभर में तनाव और वित्तीय अस्थिरता के चलते सोने की मांग में ये तेजी देखने को मिल रही है.
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) ने अपनी रिपोर्ट में कहा, सोने की इस रिकॉर्ड खरीदारी इस ओर इशारा कर रही है कि सेंट्रल बैंकों के लिए सोना सबसे बेहतर रिजर्व एसेट है और अगले 12 महीने में ये सेंट्रल बैंक और भी सोने की खरीदारी की प्लानिंग में है जिसके चलते सोने की कीमतों में और उछाल आने की संभावना जताई जा रही है.
और सोना खरीदेंगे सेंट्रल बैंक
वर्ल्ड काउंसिल ने 2024 सेंट्रल बैंक गोल्ड रिजर्व सर्वे (Central Bank Gold Reserves Survey) जारी किया है जो 19 फऱवरी और 30 अप्रैल 2024 के बीच किया गया था. इस सर्वे में 70 सेंट्रल बैंकों का रेस्पांस प्राप्त हुआ है जिसमें 29 फीसदी सेंट्रल बैंकों ने कहा कि अगले 12 महीने में वे और भी सोने की खरीदारी करेंगे और अपने गोल्ड रिजर्व में इजाफा करेंगे. 2018 से शुरू हुए इस सर्वे के बाद ये दूसरा उच्च लेवल है जब इतनी बड़ी संख्या में सेंट्रल बैंक सोने के रिजर्व को बढ़ाने की बात कर रहे हैं.
सेंट्रल बैंकों की ओर से योजनाब्द्ध तरीके से सोने की खरीदारी के मसकद की वजहों के देखें तो सेंट्रल बैंक घरेलू सोने के उत्पादन, ज्यादा जोखिम के मद्देनजर फाइनेंशियल मार्केट्स की चिताओं और बढ़ती महंगाई को देखते हुए रणनीतिक तौर पर गोल्ड होल्डिंग्स को बढ़ा रहे हैं.
81 फीसदी सेंट्रल बैंक बढ़ायेंगे गोल्ड रिजर्व
सर्वे के मुताबिक सर्वे में भाग लेने वाले 69 सेंट्रल बैंकों में 81 फीसदी ने कहा कि सोने के रिजर्व में बढ़ोतरी होगी जबकि 19 फीसदी ने कहा कि इसमें कोई बदलाव नहीं होगा. 2023 में 71 फीसदी सेंट्रल बैंकों ने गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी की बात कही थी. जबकि 69 फीसदी सेंट्रल बैंकों ने कहा कि अगले पांच वर्षों में कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी में इजाफा होगा. सोने की खरीदारी के मामले में आरबीआई दुनिया के टॉप पांच सेंट्रल बैंकों में शामिल है.
ये भी पढ़ें