Gold Rate Outlook: सोने की कीमतें आजकल आम लोगों की पहुंच में आती दिख रही हैं. 10 दिनों में सोने के रेट 4750 रुपये प्रति 10 ग्राम नीचे आ चुके हैं और इसके चलते सोना अपने ऊपरी रेट से करीब 6 फीसदी से ज्यादा सस्ता हो चुका है. हालांकि सोने की गिरती कीमतों के पीछे एक इंटरनेशनल कनेक्शन है और इसको जानने वाले समझ सकते हैं कि आगे क्यों सोने के भाव पर इस कनेक्शन का गहरा असर देखा जाएगा.


अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम गिरे


ग्लोबल बाजार में कॉमेक्स पर सोने के दाम 2,570.10  डॉलर प्रति औंस पर आ गए हैं और ये इसके ऊपरी स्तर से काफी नीचे आ गए हैं. सोना बीते एक हफ्ते में 2622.45 डॉलर प्रति औंस के रेट पर चला गया था और इस तरह इसमें 50 डॉलर प्रति औंस से भी ज्यादा रेट नीचे आ चुके हैं. इसमें अक्टूबर की शुरुआत के आसपास 2678.70 डॉलर प्रति औंस के रेट देखे गए थे. 


अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कैसे बदली हैं स्थितियां


अमेरिका में फेडरल रिजर्व के लगातार दो एफओएमसी मीटिंग में ब्याज दरें घटाने के बाद से डॉलर मजबूत हो रहा है और इसका असर सोने की कीमतें गिरने के तौर पर देखी जा रही हैं. गोल्ड के प्राइस में इस समय जानकारों का बुलिश नजरिया थोड़ा कम हुआ है और ताजा ग्लोबल हालातों के बीच सोने के रेट के पहले के मुकाबले कम तेजी से आगे बढ़ने की संभावना हो रही है. ये गोल्ड निवेशकों के लिए भले ही कुछ परेशानी की बात हो लेकिन शादियों के सीजन में सोना सस्ता होने की बाट जोह रहे आम खरीदारों के लिए ये अच्छी खबर साबित होगी.


पहले 3000 डॉलर तक जाने के अनुमान थे- अब बदला माहौल


सोने का डॉलर के साथ सीधा सीधा अंतर-संबंध है और जब डॉलर के दाम ऊपर जाते हैं तो सोने के दाम में करेक्शन आता है. हालांकि इस साल नवंबर की शुरुआत तक सोने के दाम में लगातार उछाल के बीच कमोडिटी जानकारों ने ये अनुमान जताया था भारतीय रुपये में गोल्ड के रेट 85,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकते हैं. वहीं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव 3000 डॉलर तक जाने का अनुमान सिटीग्रुप, गोल्डमैन सैक्स ने निकाला था. अक्टूबर के शुरुआती दिनों में आई रिपोर्ट के आधार पर सोने के दाम 3000 डॉलर प्रति औंस की तरफ जाने का अनुमान था.


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