Titanic Watch: 12 करोड़ से भी ज्यादा में बिकी टाइटेनिक से कनेक्शन वाली सोने की ये घड़ी
Gold Watch from Titanic: टाइटेनिक अपने समय का सबसे बड़ा जहाज था, लेकिन इंग्लैंड से अमेरिका जाते हुए वह रास्ते में दुर्घटना का शिकार हो गया था और समुद्र में डूब गया था...
टाइटेनिक जहाज के डूबने को मानव इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में गिना जाता है. दुर्घटना के 100 साल से भी ज्यादा बीत जाने के बाद उसकी यादें जब-तब ताजी होती रहती हैं. इस बार सोने की एक घड़ी की नीलामी को लेकर टाइटेनिक फिर से चर्चा में है.
12 करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली
एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टाइटेनिक की तबाही से कनेक्शन रखने वाली सोने की इस घड़ी की इंग्लैंड में नीलामी की गई है. नीलामी में घड़ी को 1.17 मिलियन पाउंड यानी करीब 1.46 मिलियन डॉलर की कीमत मिली है. भारतीय करेंसी में यह रकम लगभग 12.18 करोड़ रुपये हो जाती है.
टाइटेनिक के सबसे अमीर यात्री
यह घड़ी टाइटेनिक जहाज पर सवार सबसे अमीर यात्री की है. नीलामी करने वाली कंपनी हेनरी अल्डारिज एंड संस के मुताबिक, यह घड़ी अमेरिकी बिजनेसमैन जॉन जैकब एस्टर के पास पाई गई थी. जॉन जैकब एस्टर टाइटेनिक पर सवार उन हजारों अभागे लोगों में थे, जो 1912 में हुई भयानक दुर्घटना के शिकार हो गए थे. एस्टर उस जहाज पर सवार सबसे अमीर व्यक्ति भी थे.
घड़ी पर छपा है एस्टर का नाम
टाइटेनिक दुर्घटना 15 अप्रैल 1912 को हुई थी. टाइटेनिक उस समय समुद्र में उतरने वाला सबसे बड़ा जहाज था, जो इंग्लैंड से अमेरिका की यात्रा पर निकला था. हालांकि रास्ते में विशाल हिमखंड से टकराने के बाद जहाज डूब गया था. अमेरिकी बिजनेसमैन एस्टर भी उसमें शिकार हुए थे. हालांकि मरने से पहले वह अपनी पत्नी मैडेलिन को लाइफबोट पर सुरक्षित बिठाने में कामयाब रहे थे, जो दुर्घटना में जीवित बचे गिने-चुने लोगों में एक थी. दुर्घटना के करीब एक सप्ताह बाद एस्टर की लाश मिली थी और उनके पास कई सामानों के साथ नीलाम की गई सोने की घड़ी भी मिली थी. घड़ी पर शॉर्ट में एस्टर का नाम JJA खुदा हुआ है.
ऑक्शनर को थी ये उम्मीद
हेनरी अल्डारिज एंड संस ने बताया कि एस्टर की सोने की घड़ी को नीलामी में एक अमेरिकी खरीदार ने खरीदा है. उसे पहले उम्मीद थी कि घड़ी को नीलामी में एक से डेढ़ लाख पाउंड तक की बोली मिल सकती है. हालांकि नीलामी के बाद जो अंतिम बोली मिली, वह ऑक्शनर हेनरी अल्डारिज एंड संस की उम्मीद से करीब 10 गुना ज्यादा रही.
ये भी पढ़ें: भारतीय मसालों को नया झटका, हांगकांग-सिंगापुर के बाद इस देश ने लगाई रोक