Gold Price Fall: यह साल सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं के लिए महंगाई वाला साबित हुआ है. दोनों कीमती धातुओं के भाव इस साल तेजी से बढ़े हैं. ऐसे में अगर आप भी सोना या सोने के गहने खरीदने की योजना बना रहे हैं तो अभी आपके लिए सुनहरा मौका सामने आया है. लगातार आ रही तेजी के बाद सोने की कीमतों पर अभी लगाम लग गई है.


इतना सस्ता हुआ सोना


अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 24 मई को समाप्त हुए बीते सप्ताह के दौरान 3 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गया. सप्ताह के अंतिम दिन सोने की कीमतों में 0.24 फीसदी की हल्की तेजी आई और यह 2,334 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गया. हालांकि पूरे सप्ताह के हिसाब से सोने की कीमतों में 3.30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो 2024 में आई अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है. सप्ताह के दौरान बाद में करेक्ट होने से पहले सोना 20 मई को 2,450 डॉलर के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंच गया था.


घरेलू बाजार में गिरावट


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भाव में आई तेज गिरावट का असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिला. घरेलू बाजार में एमसीएक्स पर शुक्रवार को गोल्ड फ्यूचर में गिरावट देखी गई थी. शुक्रवार को एमसीएक्स पर जून डिलीवरी वाला सोना वायदा 71,374 रुपये पर रहा था, जबकि अगस्त डिलीवरी वाले वायदा सौदे का भाव 71,550 रुपये रहा था. दोनों सौदों में सप्ताह के दौरान क्रमश: 2,337 रुपये और 2,505 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई.


इन कारणों से आई नरमी


सोने की कीमतों में आई गिरावट के लिए अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व और पीएमआई के आंकड़ों को जिम्मेदार माना जा रहा है. फेडरल रिजर्व की बैठक के मिनट्स 22 मई को जारी किए गए. उसमें फेडरल के हॉकिश रुख का पता चला. वहीं पीएमआई के आंकड़ों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार आने के संकेत मिले. इससे सोने की डिमांड नरम हुई.


भाव में नरमी रहने की उम्मीद


सोना और चांदी समेत कीमती धातुओं को निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में ट्रीट करते हैं. चांदी को तो औद्योगिक मांग भी मिलती है, लेकिन सोना अभी मुख्य रूप से सुरक्षित निवेश के रूप में आ रही डिमांड से चढ़ रहा था. भू-राजनीतिक तनाव या अन्य कारणों से जब भी आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, सोना समेत कीमती धातुओं की मांग बढ़ जाती है. अनिश्चितता कम होने से डिमांड भी कम हो जाती है. अभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनावों में नरमी देखी जा रही है. जिससे गोल्ड की कीमतों में कमी आई है. यह कमी अभी बरकरार रहने की उम्मीद है. ऐसे में यह सोना खरीदने के लिए अच्छा मौका बन रहा है.


ये भी पढ़ें: चुनावी डर से उबर गया घरेलू शेयर बाजार, आई 5 महीने की सबसे शानदार तेजी