नया घर खरीदना हो या नया मकान बनवाना, यह ज्यादातर लोगों के लिए ‘वंस इन अ लाइफटाइम’ यानी जीवन में एक बार होने वाला काम रहता है. इसका कारण है कि घर खरीदने या मकान बनवाने के लिए मोटी रकम की जरूरत होती है. ऐसे में अगर कभी कीमतें गिर जाएं या मकान बनवाने की लागत कम हो जाए तो वह किसी शुभ मुहूर्त से कम नहीं है. अभी ऐसा ही शुभ मुहूर्त तैयार हुआ है उनके लिए, जो घर बनवाना चाह रहे हैं.


3 साल में सबसे सस्ता मिल रहा स्टील


न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि घरेलू बाजार में स्टील की कीमतें अभी 3 साल के निचले स्तर पर आ गई हैं. पीटीआई ने मार्केट रिसर्च फर्म बिगमिंट के हवाले से यह जानकारी दी है. रिपोर्ट के अनुसार, अन्य देशों से भारत में आयात बढ़ने से घरेलू बाजार में कीमतें प्रभावित हुई हैं और 3 साल में सबसे कम हो गई हैं.


घरेलू बाजार में स्टील की मौजूदा कीमतें


स्टील की कीमतों में आई ये नरमी हर कैटेगरी में दिख रही है. हॉट रॉल्ड कॉइल (एचआरसी) की कीमतें अभी 51 हजार रुपये टन पर आई हुई हैं. यह अप्रैल 2022 के 76 हजार रुपये टन की तुलना में करीब 33 फीसदी कम है. इसी तरह सीआरसी यानी कोल्ड रॉल्ड कॉइल का भाव अप्रैल 2022 के उच्च स्तर 86,300 रुपये टन से कम होकर अभी 58,200 रुपये टन पर आया हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार एचआरसी और सीआरसी दोनों की कीमतें अभी 3 साल के निचले स्तर पर हैं.


देश में आधे हो गए सरिये के भाव


स्टील की कीमतें 3 साल में सबसे कम होने का सीधा असर सरिये की कीमत पर पड़ा है. आयरन मार्ट के हिसाब से अभी देश में सरिये की कीमत ज्यादातर शहरों में 45 हजार रुपये टन से नीचे आई हुई है. रायपुर, दुर्गापुर, कोलकाता जैसे बाजारों में तो सरिया अभी 40 हजार रुपये टन के आस-पास मिल रहा है. अभी बहुत समय नहीं बीता है, जब सरिये की कीमत 80 हजार रुपये टन के आस-पास चल रही थीं. यानी अभी सरिया लगभग आधे भाव पर मिल रहा है.


इतनी आती है सरिये पर लागत


नया मकान बनवाने में सरिये का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है. सरिये के इस्तेमाल से नए मकान को मजबूती मिलती है. इस कारण मकानों के आधुनिक डिजाइनों में सरिये की भूमिका अहम रहती है और मकान बनवाने की कुल लागत में सरिये का हिस्सा 25 फीसदी तक रहता है. ऐसे में अगर सरिया सस्ता हो तो मकान बनवाने की ओवरऑल लागत में काफी कमी आ जाती है. अभी आपके लिए यही संयोग बना हुआ है.


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