India GDP Data 2024: गोल्डमैन सैक्स ग्रुप (Goldman Sachs Group) ने साल 2024 और 2025 के लिए भारत के जीडीपी अनुमान को घटाने का फैसला किया है. बैंक ने ये फैसला सरकार के एक्सपेंडिचर में कमी के चलते ये लिया है. गोल्डमैन सैक्स ने 20 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए 2024 में जीडीपी के 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. 


गोल्डमैन सैक्स अगले कैलेंडर ईयर 2025 के लिए अपने जीडीपी अनुमान को घटा दिया है और बैंक का मानना है कि अगले वर्ष 6.4 फीसदी के दर से भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ दर्ज करेगी. बैंक के अर्थशास्त्री शांतनु सेनगुप्ता ने अपने रिपोर्ट में लिखा, मौजूदा वर्ष में जीडीपी अनुमान में कटौती अप्रैल जून तिमाही में लंबे समय तक चले लोकसभा चुनाव के दौरान सरकार के खर्च में साल दर साल आई 35 फीसदी की कमी के चलते लिया गया है. अगले साल ग्रोथ रेट पर इसलिए असर पड़ेगा क्योंकि सरकार के बजट में वित्तीय घाटे  को जीडीपी के 4.5 फीसदी तक लाने का लक्ष्य रखा है. 


बैंक के अर्थशास्त्रियों ने अपने रिपोर्ट में कहा, भारतीय रिजर्व बैंक के अनसिक्योर्ड लेंडिंग पर सख्ती के चलते घरेलू कर्ज लेने की रफ्तार की गति धीमी पड़ जाएगी जिसके चलते खपत में कमी आ सकती है और इसका असर अर्थव्यवस्था पर देखने को मिल सकता है. हालांकि गोल्डमैन सैक्स ने दिसंबर 2024 से भारतीय रिजर्व बैंक की ओर पॉलिसी रेट्स में कटौती की उम्मीद जताई है जिससे जीडीपी ग्रोथ रेट में अगले वर्ष होने वाली कमी को कुछ हद तक टाला जा सकेगा. 


गोल्डमैन सैक्स ने 2024 में जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाकर 6.7 फीसदी कर दिया है. जबकि आरबीआई ने 8 अगस्त 2024 को मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करते हुए वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी के 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है जबकि 2025-26 की पहली तिमाही में 71. फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया गया है. जबकि बजट से पहले  2023-24 के पेश हुए आर्थिक सर्वे में वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी 6.5 - 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है. 


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