(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Goldman Sachs On Nifty: गोल्डमैन सैक्स की भविष्यवाणी, 2024 के आखिर तक 23,500 तक जा सकता है निफ्टी 50
Goldman Sachs Update: पहले गोल्डमैन सैक्स ने निफ्टी का टारगेट 21800 दिया था जिसे अब बढ़ाकर 23500 कर दिया है.
Goldman Sachs On Nifty: साल 2023 के समान 2024 में भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी जारी रह सकती है. अमेरिकी इंवेस्टमेंट बैंक गोल्मैन सैक्स ने भविष्यवाणी की है कि 2024 के आखिर तक नेशल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 23,500 के आंकड़े तक जा सकता है. 9 जनवरी 2024 को निफ्टी 21,544 के लेवल पर क्लोज हुआ है. यानि इस लेवल से भी निफ्टी में 2000 अंकों के करीब तेजी आ सकती है.
गोल्डमैन सैक्स महज दो महीने में निफ्टी के टारगेट को दूसरी बार रिवाइज किया है. फिलहाल निफ्टी 21,544 अंकों पर है लेकिन मौजूदा लेवल से साल के आखिर तक इसमें 2000 अंक या 9 फीसदी की उछाल आ सकती है और निफ्टी 50 इंडेक्स 23,500 के लेवल तक जा सकता है. इससे पहले गोल्डमैन सैक्स ने निफ्टी के लिए 21,800 का टारगेट दिया जिसे निफ्टी पहले ही छू चुका है. गोल्डमैन सैक्स ने अपनी नोट में कहा कि विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार महंगा लग रहा है लेकिन प्रीमियम वैल्यूएशन का मामला बनता है.
गोल्डमैन सैक्स ने बताया कि पहले वैश्विक ग्रोथ रेट के कम रहने, चीन के विकास दर में गिरावट, उच्च ब्याज दरें और वैश्विक राजनीतिक उठापटक के चलते हालात पक्ष में नहीं थे. इससे निफ्टी का टारगेट 21,800 दिया गया था. लेकिन हाल के दिनों में ग्लोबल ग्रोथ और रेट डायनमिक्स में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. गोल्डमैन सैक्ट ने अपनी नोट में कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व दिसंबर में रूख के सामने आने के बाद उससे प्रभावित होकर उसकी सोच में ये बदलाव आया है.
गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्रियों को भारत में ब्याज दरों में कटौती का भी अनुमान है. उनका मानना है कि 2024 की तीसरी तिमाही से भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत करेगी. जबकि पहले गोल्डमैन सैक्स ने चौथी तिमाही से ब्याज दरों में कटौती का अनुमान जताया था. गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक 2024 में भारत का जीडीपी 6.2 फीसदी रहने का अनुमान है.
नोट में कहा गया कि चालू खाते के घाटे में कमी, पब्लिक मार्केट कैपिटल इंफ्लो के शानदार रहने, पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार और बाहरी कर्ज के कम होने के चलते एक्सटर्नल बैलेंस अनुकूल बना हुआ है. नोट में कहा गया कि कमोडिटी टीम के तेल की कीमत का अनुमान 2024 में औसतन 81 डॉलर प्रति बैरल करने और सर्विसेज के एक्सपोर्ट में मजबूती के बाद हमारे अर्थशास्त्रियों ने हाल ही में 2024 में भारत के चालू खाते के घाटे के अनुमान को 60 आधार अंक कम करके जीडीपी का 1.3 फीसदी कर दिया है.
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