Kisan Vikas Patra Rate Hike: किसान विकास पत्र (KIsan Vikas Patra), पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाओं ( Post Office Deposit Schemes) और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम ( Senior Citizen Saving Schemes) में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है. वित्त मंत्रालय ( Finance Ministry) ने वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के लिए इन बचत योजनाओं पर ब्याज दरें बढ़ाने का एलान किया है. हालांकि पीपीएफ ( PPF) सुकन्या समृद्धि योजना ( Sukanya Samridhi Yojana)  और एनएससी ( NSC) पर दिए जाने वाले ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. 


कितनी बढ़ी ब्याज दरें
किसान विकास पत्र पर ब्याज दर को  6.9 फीसदी  से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया गया है. वहीं पहले किसान विकास पत्र में निवेश 124 महीने में मैच्योर किया करता था. लेकिन अब 123 महीने में ही निवेश मैच्योर कर जाएगा. सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर ब्याज दर को 7.4 फीसदी से बढ़ाकर 7.6 फीसदी कर दिया गया है. मंथली इनकम अकाउंट स्कीम पर 6.6 फीसदी की जगह अब 6.7 फीसदी ब्याज मिलेगा. 


पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाओं पर बढ़ी ब्याज दरें 
पोस्ट ऑफिस दो वर्षीय सावधि जमा योजना पर 5.5 फीसदी की जगह अब 5.7 फीसदी ब्याज मिलेगा. वहीं 3 साल के सावधि जमा योजना पर 5.5 फीसदी की जगह 5.8 फीसदी ब्याज दिया जाएगा. एक साल की सावधि जमा पर 5.5 ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है. साथ ही पांच साल की जमा योजना पर भी मिलने वाले 5.8 फीसदी ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है. 




PPF, सुकन्या योजना पर नहीं बढ़ी ब्याज
वित्त मंत्रालय ने लेकिन अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट योजना के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) पर 7.1 फीसदी, NSC यानि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 6.8 फीसदी, सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samridhi Yojna) पर 7.6 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा. पोस्ट ऑफिस की सेविंग डिपॉजिट अकाउंट पर भी 4 फीसदी ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है. तो 5 साल रेकरिंग डिपॉजिट पर भी 5.8 फीसदी ब्याज को बरकरार रखा गया है. 


आरबीआई के एलान से पहले बढ़ी ब्याज दरें
30 सितंबर, 2022 की सुबह आरबीआई मॉनिटरी पॉलिसी मीटिंग के बाद पॉलिसी रेट्स में बढ़ोतरी कर सकता है. माना जा रहा है कि आरबीआई रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर इसे बढ़ाकर 5.40 फीसदी से 5.90 फीसदी कर सकता है. लेकिन इसके पहले ही सरकार ने छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में समीक्षा करते हुए ब्याज दरें बढ़ाने का एलान कर दिया है. 


आपको बता दें 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से अब तक 10 तिमाही में छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था. आरबीआई के तीन बार रेपो रेट बढ़ाने और बॉन्ड पर यील्ड बढ़ने के बाद  मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए ब्याज दरें बढ़ाई गई है. 


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