Homebuyers: होमबायर्स के लिए राहत की खबर, 5 महीने में बनकर तैयार हो गए इतने अटके हुए हाउसिंग यूनिट्स
Delayed Housing Projects: आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2022 से लेकर मई 2022 के बीच सात बड़े शहरों में 36,830 ऐसे घरों को तैयार कर लिया गया है जो सालों से लटके और अटके हुए थे.
Good News For Homebuyers: लंबे समय से अपने आशियाने के पजेशन (Home Possesion) की राह देख रहे लोगों के लिए राहत की खबर है जो डिलिवरी में देरी से परेशान थे. साल 2022 के पहले पांच महीने में करीब 36,830 घरें बनकर तैयार हो गई हैं जो सालों से बनने और पूरे होने का इंतजार कर रहे थे.
5 महीने में 36,830 घर बनकर तैयार
प्रॉपर्टी कंसलटेंट एनारॉक ( Anarock) के मुताबिक देश के 7 बड़े शहरों में पजेशन में देरी या फिर अटके हुए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को पूरा कर लिया गया है. आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2022 से लेकर मई 2022 के बीच इन सात बड़े शहरों जिसमें दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR), मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR), बैंगलुरु ( Bangaluru), हैदरबाद ( Hyderabad), कोलकाता( Kolkata), चेन्नई ( Chennai)और पुणे ( Pune) शामिल है, इन शहरों में 36,830 ऐसे घरों को तैयार कर लिया है जिनके बनने का होमबायर्स ( Homebuyers) सालों से इंतजार कर रहे थे. सबसे ज्यादा ऐसे प्रोजेक्ट्स दिल्ली-एनसीआर में पूरे किए गए हैं. बीते पांच महीनों में दिल्ली-एनसीआर में कुल 16,750 घर बनकर तैयार हुए हैं जिसके बाद अटके हुए हाउसिंग यूनिट्स की संख्या 2,57,360 से घटकर मई 2022 में 2,40,610 रह गई है. फिलहाल दिल्ली एनसीआर में 1.81 लाख हाउसिंग यूनिट्स ऐसे हैं जो अधूरे और अटके हुए हैं.
2014 या उससे पहले ये हाउसिंग प्रोजेक्ट्स हुए थे लॉन्च
इन सातों शहरों में 2014 या उससे पहले कुल 4.80 लाख हाउसिंग यूनिट्स लॉन्च हुए थे जिनमें से 4.48 लाख यूनिट्स अभी भी पूरा किया जाना बाकी है. सातों शहरों में 5 लाख हाउसिंग यूनिट्स, में करीब 4.50 लाख करोड़ रुपये फंसा हुआ है. जिसमें से 77 फीसदी केवल दिल्ली-एनसीआर और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन में है.
अभी भी 4.48 लाख हाउसिंग यूनिट्स को पजेशन का इंतजार
दिल्ली एनसीआर में 1.81 लाख करोड़ रुपये के 2.4 लाख हाउसिंग यूनिट्स में अटके हुए हैं. वहीं मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन में 1.84 लाख करोड़ रुपये करीब 1.28 लाख घर पजेशन मिलने की राह देख रहे हैं. बैंगलुरू में 28,000 करोड़ रुपये के करीब 26,030 हाउसिंग यूनिट्स के तैयार होने में देरी हो चुकी है. हैदराबाद में 11,310 करोड़ रुपये के 11,450 हाउसिंग यूनिट्स को बनकर तैयार होना अभी बाकी है. चेन्नई में 3731 करोड़ रुपये के 5,190 हाउसिंग यूनिट्स का बनना बाकी है. जबकि पुणे में 27,533 करोड़ रुपये के 44,250 हाउसिंग यूनिट्स के कंस्ट्रक्शन का काम पूरा किया जाना अभी बाकी है.
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