Inflation In Pakistan: पाकिस्तान में सस्ता हो गया गेहूं-आटा, 30 फीसदी से घटकर 4.1 फीसदी पर आ गई खुदरा महंगाई दर
Pakistan Inflation Data: पाकिस्तान में महंगाई में बड़ी कमी के साथ ही अब लोगों के महंगी ईएमआई से राहत मिलने का रास्ता भी तैयार हो गया है.
Inflation In Pakistan: भारत में जहां कमरतोड़ महंगाई लोगों की जेब पर डाका डाल रहा है. पाकिस्तान (Pakistan) में नए साल 2025 का आगाज बड़ी खुशखबरी के साथ हुआ है. 2025 में पाकिस्तान के लोगों को महंगे कर्ज से राहत मिलने का रास्ता साफ हो गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि दिसंबर 2024 में पाकिस्तान में खुदरा महंगाई दर ( REtail Inflation) घटकर 5 फीसदी से बहुत नीचे 4.1 फीसदी पर आ पहुंची है. आपको बता दें एक साल पहले दिसंबर 2023 में पाकिस्तान में खुदरा महंगाई दर 30 फीसदी के करीब थी. इस डेटा से स्पष्ट है कि पाकिस्तान ने अपने जनता को महंगाई के राहत दिलाने के मोर्चे पर शानदार सफलता हासिल की है.
दिसंबर 2024 में 30 फीसदी के करीब थी महंगाई दर
1 जनवरी 2025 को पाकिस्तान के सांख्यिकी विभाग पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिसटिक्स (Pakistan Bureau of Statistics ) ने लेटेस्ट डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक दिसंबर 2024 में खुदरा महंगाई दर जिसे कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स ( Consumer Price Index) के जरिए मापा जाता है उसके बढ़ने की रफ्तार घटकर 4.1 फीसदी पर आ गई है. जबकि नवंबर 2024 में खुदरा महंगाई दर 4.9 फीसदी के दर से बढ़ी थी. और अभी से एक साल पहले दिसंबर 2023 में पाकिस्तान में खुदरा महंगाई 29.7 फीसदी के दर से बढ़ी थी जिसने वहां के नागरिकों का जीमा मुहाल कर रखा था.
गेहूं-आटा पाकिस्तान में हुआ सस्ता
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिसटिक्स के मुताबिक वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही जुलाई से दिसंबर में औसत महंगाई दर 7.22 फीसदी दर्ज की गई थी जो कि इसके पहले के वित्त वर्ष के समान अवधि में 28.79 फीसदी रही थी. पाकस्तान में आलू, फल, वेजिटेबल घी, चिकेन से लेकर प्याज सभी की कीमतों में गिरावट आई है. बिजली के दरों में 5.68 फीसदी की कमी आई है. साल दर साल गेहूं की कीमतों में -33.82 फीसदी, और आटा के दामों में -33.77 फीसदी की कमी आई है. हालांकि चना दाल और बेसन के दामों में इजाफा देखने को मिला है.
सस्ती EMI की राह हुई तैयार
पाकिस्तान के लोगों को महंगे कर्ज से इस महीने राहत मिल सकती है. वहां के सेंट्रल बैंक की अगली मॉनिटरी पॉलिसी बैठक इस महीने के आखिर में होने वाली है जिसमें ब्याज दरों में कमी को लेकर फैसला लिया जा सकता है. बहरहाल पाकिस्तान की सरकार ने जिस प्रकार महंगाई पर काबू किया है वो काबिले तारीफ है क्योंकि एक साल पहले ये 30 फीसदी के करीब थी.
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