PPF Rate Hike: बस दो दिन और .... नए साल से पहले सुकन्या समृद्धि योजना PPF और NSC पर सरकार बढ़ा सकती हैं ब्याज दरें!
Sukanya Samriddhi Yojana Rate Hike: 30 दिसंबर, 2022 को वित्त मंत्रालय 2022-23 की चौथी तिमाही इन बचत योजनाओं के ब्याज दरों की समीक्षा करेगा. जिसमें ब्याज दरें बढ़ाने का एलान किया जा सकता है.
Small Saving Schemes Interest Rate Hike: अगर आप पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना समेत पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाओं में निवेश करते हैं तो आपको बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है. आपकी गाढ़ी कमाई और निवेश पर बड़ा रिटर्न मिल सकता है. दो दिन बाद यानि शुक्रवार 30 दिसंबर, 2022 को केंद्र सरकार छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में बढ़ोतरी का एलान कर सकती है. 30 दिसंबर को वित्त मंत्रालय इन स्कीमों के ब्याज दरों की समीक्षा करने के बाद इसे बढ़ाने का एलान कर सकता है.
30 दिसंबर को हो सकती है घोषणा
वित्त मंत्रालय 2022-23 की चौथी तिमाही जनवरी से मार्च तक के लिए छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों की समीक्षा करेगी जिसमें माना जा रहा है कि पीपीएफ (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना ( Sukanya Samriddhi Yojna) एनएससी (NSC) जैसी बचत योजना पर ब्याज दरें बढ़ाने का एलान किया जा सकता है. इन बचत योजनाओं समेत पोस्ट ऑफिस की दूसरी सेविंग स्कीम्स पर भी ब्याज दरें बढ़ सकती हैं. माना जा रहा है कि छोटी बचत योजनाओं की सभी स्कीमों पर वित्त मंत्रालय 0.50 फीसदी तक ब्याज दरें बढ़ाने का ऐलान कर सकता है. सरकार के 10 साल के बांड यील्ड (Bond Yield) 12 महीनों में 6.04 फीसदी से बढ़कर 7.25 फीसदी से ऊपर जा पहुंचा है. इस फॉर्मूला के हिसाब से पीपीएफ , सुकन्या समृद्धि योजना, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर ब्याज दर मौजूदा लेवल से 50 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ाया जा सकता है.
क्यों बढ़ सकती है ब्याज दरें
आरबीआई ने 8 दिसंबर, 2022 को लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में बढ़ोतरी का एलान किया है. 2022 में रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया गया है. लेकिन सरकार ने कई छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं की है. पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना और एनएससी के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड पर 7.1 फीसदी, NSC यानि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 6.8 फीसदी, सुकन्या समृद्धि योजना पर 7.6 फीसदी ब्याज हर बना हुआ है. रेपो रेट के 2.25 फीसदी बढ़ने के बाद सरकार इन योजनाओं के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है. इन बचत योजनाओं को सुरक्षित मानकर शहरी ग्रामीण आम भारतीय निवेश करते हैं. ये वो लोग हैं जो शेयर बाजार के उठापटक से दूर रहते हुए इन योजनाओं में निवेश करने पर भरोसा करते हैं.
इन छोटी बचत स्कीमों पर बढ़ी थी ब्याज दरें
तीसरी तिमाही में केवल किसान विकास पत्र के ब्याज दर को 6.9 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया गया था लेकिन मैच्योरिटी की अवधि को 124 महीने घटाकर 123 महीने कर दिया गया था. सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर ब्याज दर को 7.4 फीसदी से बढ़ाकर 7.6 फीसदी कर दिया गया था. मंथली इनकम अकाउंट स्कीम पर 6.6 फीसदी की जगह 6.7 फीसदी पोस्ट ऑफिस दो वर्षीय सावधि जमा योजना पर 5.5 फीसदी की जगह 5.7 फीसदी, वहीं 3 साल के सावधि जमा योजना पर 5.5 फीसदी की जगह 5.8 फीसदी ब्याज कर दिया गया था. लेकिन पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना और एनएससी के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था.
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