नई दिल्लीः गूगल के सीईओ सुंदई पिचई की सैलरी सुनकर एकबारगी तो आपको यकीन नहीं होगा. गूगल के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) सुंदर पिचाई को साल 2016 में सैलरी और दूसरे मानदेय मिलाकर करीब 20 करोड़ डॉलर की राशि मिली है यानी करीब 13 अरब रूपये की रकम. पिचाई को एक साल की सैलरी के तौर पर 13 अरब रूपये यानी हर महीने हर महीने 1 अरब रूपये से ज्यादा की सैलरी मिली है. खास बात ये है कि ये सैलरी उन्हें साल 2015 में मिली राशि का दोगुना है. साल 2016 में उन्हें 200 यूएस मिलियन डॉलर यानि 12.85 अरब रुपए करीब 1300 करोड़ कीमत के शेयर पुरस्कार बतौर दिए गए हैं. साल 2016 में सुंदर पिचाई को 20 करोड़ डॉलर यानी रुपये में बदलकर देखें तो 12,849,199,632 अरब की कुल सैलरी मिली है.


ऐसे मिल रही है सुंदर पिचाई को इतनी शानदार सैलरी


साल 2016 में 44 वर्षीय पिचाई को 6,50,000 डॉलर की सैलरी मिली जो 2015 में मिले 6,52,500 डॉलर के वेतन से मामूली तौर पर कम है. लेकिन सुंदर पिचाई को अगस्त 2015 में कंपनी की रीस्ट्रक्चरिंग के दौरान सीईओ यानी चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर बनाया गया जिसके बाद उनकी शेयर मद की आय बढ़कर 2016 में 19.87 करोड़ रुपये हो गई. ये 2015 की इसी मद की 9.98 करोड़ डॉलर की आय से लगभग दोगुनी है. रिपोर्ट के मुताबिक सुंदर पिचाई को इतनी भारी भरकम सैलरी उनके सीईओ पद पर प्रमोशन और कई प्रॉडक्ट के कामयाब लॉन्चिंग के लिए दी गई है.


किसने किया गूगल सीईओ की कमाई का खुलासा?


अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने अपनी नई रिपोर्ट में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की सालाना कमाई का खुलासा किया है. चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक सुंदर पिचाई ने पहले जहां गूगल के पॉपुलर ब्राउजर क्रोम और गूगल एंड्रायड को लांच करने वाली टीम की लीडरशिप की थी. वहीं साल 2016 में गूगल के स्मार्टफोन्स, वर्चुअल रियलिटी हैडसेट, व्याइस कंट्रोल्ड स्मार्ट स्पीकर जैसे प्रोडक्ट्स लांचिंग के बाद गूगल ने भारी प्रॉफिट भी कमाया. इसी के रिवॉर्ड के तौर पर कंपनी ने सुंदर पिचाई को भारी-भरकम सैलरी दी है.


कौन हैं सुंदर पिचाई ?
सुंदर पिचाई का पूरा नाम सुंदरराजन पिचाई है और भारत के मदुरै, तमिलनाडु में इनका जन्म 12 जुलाई 1972 को हुआ था. भारत में आईआईटी खड़गपुर से बीटेक और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एम एस करने के बाद इन्होंनें अमेरिका की पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल की है. सुंदर पिचाई लंबे समय से बतौर गूगल कर्मचारी काम कर रहे थे और साल 2015 में इन्होंनें गूगल के सीईओ का पद संभाला था.