कोलकाताः गूगल इंडिया ने कहा है कि सिर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल से अर्थव्यवस्था में 500 अरब डॉलर जोड़े जा सकते हैं. साथ ही इससे बेहतर तरीके से बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने और बीमारी का पता लगाने में मदद मिल सकती है.


10 अरब डॉलर खर्च करेगी गूगल इंडिया


गूगल इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक और उपाध्यक्ष सजय गुप्ता ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि कंपनी भारत में अपनी डिजिटल पहुंच के विस्तार पर 10 अरब डॉलर खर्च केरगी.उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुई चुनौतियों से निपटने और अवसरों का लाभ उठाने के लिए कंपनी ने अपने पास मौजूद सभी साधनों का इस्तेमाल किया है.’’


रिलायंस के जियो में गूगल की हिस्सेदारी


गूगल ने हाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल सहयोगी जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.73 प्रतिशत हिस्सेदारी को खरीदा है. दोनों कंपनियों ने "एक एंट्री-लेवल किफायती स्मार्टफोन" के साथ आने की योजना की भी घोषणा की है.


महामारी के दौैरान बढ़ी डेटा की खपत


गुप्ता ने कहा कि महामारी के दौरान, डेटा की खपत 8 जीबी से 14 जीबी प्रति माह हो गई है. 2014 में औसत खपत सिर्फ 86 एमबी प्रति माह थी. उन्होंने कहा कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि 2022 तक, यूपीआई लेनदेन वर्तमान में लगभग एक अरब प्रति माह से एक दिन के एक अरब तक पहुंच जाएगा.


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