Google Lost Another Case: 10 करोड़ लोगों को 63 करोड़ डॉलर बांटेगी गूगल, जानिए क्यों कंपनी पर लगा 70 करोड़ डॉलर का जुर्माना
Google Fined Again: गूगल पर अमेरिका की एक अदालत ने भारी जुर्माना लगाया है. इस अनूठे केस के चलते दिग्गज कंपनी को अब 63 करोड़ डॉलर 10 करोड़ लोगों को बांटने पड़ेंगे.
Google Fined Again: दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल (Google) को एक और करारा झटका लगा है. कंपनी पर अमेरिका की एक अदालत ने करीब 70 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया है. इसमें से 63 करोड़ डॉलर 10 करोड़ लोगों को बांटे जाएंगे और 7 करोड़ डॉलर एक फंड में जमा होंगे. कंपनी पर एंड्रॉइड प्ले स्टोर (Android Play Store) का गलत इस्तेमाल कर यूजर्स से ज्यादा पैसे वसूलने का आरोप लगा था.
यूजर्स से ज्यादा पैसा वसूलने का आरोप
अल्फाबेट के स्वामित्व वाली गूगल इंक पर उपभोक्ताओं से ज्यादा पैसे वसूलने का आरोप लगा था. कंपनी एंड्रॉइड प्ले स्टोर पर इन-एप परचेज और अन्य पाबंदियां लगाकर यह पैसा वसूल रही थी. हालांकि, गूगल ने ऐसे किसी भी गलत तरीके के इस्तेमाल से इनकार किया है. मगर, वह लोगों को जुर्माना चुकाने के लिए तैयार हो गई. साथ ही प्ले स्टोर पर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए जगह उपलब्ध करने को भी राजी हुई है.
50 राज्यों के 10 करोड़ लोगों में बांटा जाएगा पैसा
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, कोर्ट ने कंपनी से 70 करोड़ डॉलर भरने को कहा है. इनमें से 63 करोड़ डॉलर अमरीका के 50 राज्यों में फैले 10 करोड़ लोगों में बांटा जाएगा. इसके अलावा डीसी, प्यूर्टो रिको और यूएस वर्जिन आइलैंड में भी पैसा दिया जाएगा. समझौता सितंबर में ही हो गया था. मगर, इसकी खबर अभी सामने आई है. अभी इस सेटलमेंट को जज से अंतिम मंजूरी का इंतजार है.
अपने आप आएगा पैसा, नहीं करना होगा पेपरवर्क
रिपोर्ट के अनुसार, कुल 10 करोड़ यूजर्स में से 7 करोड़ लोगों को गूगल से पैसा लेने के लिए किसी भी तरह का पेपरवर्क करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हर्जाने की रकम उनको अपने आप मिल जाएगी. हर्जाना उन लोगों को मिलेगा, जिन्होंने 16 अगस्त, 2016 से 30 सितंबर, 2023 के बीच इन एप परचेज किया या प्ले स्टोर से कोई एप खरीदा है.
गूगल पर प्रतिस्पर्धा खत्म करने का आरोप
कोर्ट ने माना है कि गूगल का एप बिजनेस प्रतिस्पर्धा के खिलाफ था. हालांकि, गूगल का कहना है कि उसने अमरीकी उपभोक्ताओं के लिए चॉइस बिलिंग की शुरुआत की थी. हमने कस्टमर्स को गेम्स और अन्य प्लेटफॉर्म पर इन एप परचेज का ऑप्शन दिया था. गूगल पर आरोप था कि उसने डेवलपर्स को अपने प्ले स्टोर का इस्तेमाल करने पर मजबूर किया.
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