Recession Fear: गूगल-माइक्रोसाफ्ट के खराब नतीजे! वैश्विक अर्थव्यवस्था पर संकट की ओर कर रहे इशारा
Global Economy: इन ग्लोबल टेक कंपनियों के खराब नतीजे इस ओर इशारा कर रही हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में कई चुनौतियां हैं जिसमें महंगाई से साथ महंगा होता कर्ज शामिल है.
US Economy In Recession: गूगल (Google) सर्च इंजन चलाने वाली दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) के खराब नतीजों ने दुनियाभर की चिंताएं बढ़ा दी है. गूगल के सर्च विज्ञापन बिजनेस घटा है जिसके बाद टेक कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. Alphabet के निराश करने वाले नतीजों के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था (US Economy) के विकास की रफ्तार में गिरावट के साथ मंदी ( Recession) आने की आशंका और प्रबल हो गई है. 2022 की तीसरी तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में केवल 6 फीसदी की बढ़ोतरी आई है और ये 69.1 बिलियन डॉलर रहा है.
2013 के बाद सबसे निराशाजनक प्रदर्शन
कोरोना महामारी के अवधि को छोड़ दें तो 2013 के बाद सबसे धीमी रफ्तार से Alphabet का ग्रोथ रेट बढ़ा है. जानकार 9 फीसदी ग्रोथ रेट का अनुमान जता रहे थे जो केवल 6 फीसदी के दर से बढ़ा है. केवल Alphabet ही नहीं बल्कि माइक्रोसॉफ्ट ने भी टेक सेक्टर की चिंताएं बढ़ा दी है. कंपनी ने कहा है कि उसके क्लाउड बिजनेस में सबसे बड़ा स्लोडाउन देखने को मिल सकता है. पहले ये माना जा रहा था कि सर्च बिजनेस के साथ क्लाउड कम्प्यूटिंग पर स्लोडाउन का प्रभाव नहीं पड़ेगा. लेकिन आर्थिक विकास में गिरावट का असर इन टेक कंपनियों पर भी पड़ने लगा है.
अमेरिकी टेक कंपनियों के खराब नतीजे
Alphabet और माइक्रोसॉफ्ट के निराश करने वाले नतीजों के चलते दोनों ही कंपनियों के शेयर में 6 से 7 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. नतीजे घोषित करने के बाद निवेशकों को अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि विज्ञापन बाजार इस समय कठिन दौर से गुजर रहा है. यूट्यूब के विज्ञापन से होने वाले रेवेन्यू में भी 2 फीसदी की कमी आई है और ये 7.1 अरब डॉलर रह गया है. जबकि एनालिस्ट 4.4 फीसदी बढ़ने की संभावना जता रहे थे. 2020 के बाद से कंपनी के एड सेल्स में ये सबसे बड़ी गिरावट है.
संकट में अमेरिकी अर्थव्यवस्था
गिरता डिजिटल विज्ञापन अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर आये संकट की ओर इशारा कर रहा है. महंगाई जब वहां चरम पर है कंपनियां डिजिटल विज्ञापन पर खर्च करने से कतरा रही हैं. कंपनियों का फोकस अब खर्च घटाने पर है. गूगल के निराश करने वाले नतीजों ने फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा के नतीजों को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है जो आज घोषित होना है. मेटा भी डिजिटल विज्ञापन के रेवेन्यू पर निर्भर है.
हायरिंग में कमी
इन टेक कंपनियों के खराब नतीजों का असर हायरिंग पर पड़ने वाला है. Alphabet ने कहा है कि वो अपने हायरिंग प्लान में 50 फीसदी से ज्यादा की कटौती करने वाली है.
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