UPI: गूगल पे, पेटीएम, फोनपे पर यूपीआई यूज करते हैं तो जानें राहत की खबर, NPCI ने लिया बड़ा फैसला
UPI News: जो लोग हर ट्रांजेक्शन के लिए यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं उनके लिए बड़ी खबर है. अब गूगल पे, फोनपे, पेटीएम जैसी कंपनियों पर जी भरकर ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. जानें क्या फैसला हुआ है.
UPI News: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने यूपीआई यूज करवाने वाली थर्ड पार्टी ऐप्स वाली कंपनियों को बड़ी राहत दे दी है. देश में मौजूद Google Pay, PhonePe, Paytm जैसे UPI भुगतान ऐप सहित अन्य ऐप पर लेन देन की सीमा को लिमिटेड करने के लिए एनपीसीआई ने समय सीमा बढ़ा दी. इसे 2 साल के लिए बढ़ाकर 31 दिसंबर 2024 तक टाल दिया गया है.
आम जनता को होगा फायदा
जो थर्ड पार्टी ऐप यूपीआई बेस्ड पेमेंट के वॉल्यूम कैप को पार कर रहे हैं उनको 30 फीसदी के दायरे में लाने के लिए आखिरी तारीख पहले 31 दिसंबर 2022 थी लेकिन फिलहाल इसका वैकल्पिक रास्ता ना मिलने के चलते एनपीसीआई ने ऐसी कंपनियों को दो साल की राहत दे दी है. आम जनता को भी इससे फायदा होगा क्योंकि वो तब तक अपने यूपीआई पेमेंट को भरपूर यूज कर सकते हैं.
फिलहाल पेमेंट ऐप्स के वॉल्यूम कैप पर लिमिट नहीं
अभी किसी भी तरह के पेमेंट के लिए इस्तेमाल की जाने वाली फोनपे, गूगलपे, पेटीएम जैसी ऐप्स पर ट्रांजेक्शन्स की कोई लिमिट नहीं हैं. साथ ही ये एप्लिकेशंस यूपीआई या एप बेस्ड पेमेंट के डिजिटल पेमेंट के 80 फीसदी बाजार पर अपना कब्जा जमाए हैं. इस पर लगाम लगाने के लिए NPCI थर्ड पार्टी ऐप के लिए 30 फीसदी का वॉल्यूम कैप लगाने के पक्ष में है.
गूगल पे, फोनपे, पेटीएम जैसी ऐप्स को राहत
हालांकि कल ही कुछ थर्ड पार्टी डिजिटल पेमेंट कंपनियों को बड़ी राहत देते हुए एनपीसीआई ने कहा कि वह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) वॉल्यूम कैप नियमों की समय सीमा 31 दिसंबर 2024 तक बढ़ा रहा है. इस फैसले से गूगल पे और वॉलमार्ट के फोन पे जैसे थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर्स को राहत मिल सकती है. इन दोनों कंपनियों की यूपीआई बेस्ड लेन-देन में बड़ी हिस्सेदारी है.
कई बार हो चुकी है देरी- एक बार फिर टाला गया फैसला
एनपीसीआई ने कहा- डिजिटल पेमेंट की महत्वपूर्ण क्षमता और इसकी वर्तमान स्थिति से कई गुना पैठ की जरूरत को देखते हुए, यह अनिवार्य है कि अन्य मौजूदा और नए खिलाड़ी (बैंक और नॉन-बैंक) यूपीआई के विकास के लिए अपने उपभोक्ता आउटरीच को बढ़ाएं. इसके साथ ही उन्हें अपने बाजार संतुलन को भी हासिल करना होगा. यूपीआई के मौजूदा उपयोग और भविष्य की क्षमता, और अन्य प्रासंगिक कारकों को ध्यान में रखते हुए, मौजूदा थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर्स (टीपीएपी) के अनुपालन के लिए समयसीमा को 31 दिसंबर, 2024 तक यानी 2 सालों के लिए बढ़ाया गया है. एनपीसीआई ने शुरू में जनवरी 2021 में यूपीआई मार्केट कैप नियमों को लागू करने की योजना बनाई थी, लेकिन इसमें कई बार देरी हुई.
अक्टूबर-नवंबर में जमकर हुए यूपीआई ट्रांजेक्शन- जानें आंकड़ा
नवंबर के लिए यूपीआई लेनदेन का मूल्य 11.90 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि लेनदेन की संख्या 7.3 अरब थी. एनपीसीआई के अनुसार, यूपीआई ने त्योहारी बिक्री के चलते अक्टूबर में 12.11 लाख करोड़ रुपये के 7.3 बिलियन लेनदेन की प्रक्रिया की.
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