Alphabet Inc: गूगल (Google) के नाम से हर कोई परिचित है. पर आप क्या जानते हैं गूगल के पैरेंट कंपनी का नाम अल्फाबेट (Alphabet Inc) है?  अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी अल्फाबेट की स्थापना 2015 में हुई थी जिसका हेडक्वाटर कैलिफॉर्निया के माउनटेन व्यू में है. अल्फाबेट गूगल समेत उसकी कई दूसरी सब्सिडियरी कंपनियों की पैरेंट कंपनी है. आपको बता दें दुनिया के सबसे दिग्गज हेज फंड मैनेजर जॉर्ज सोरोस अल्फाबेट में निवेशित हैं. 


गूगल और यूट्यूब अल्फाबेट की कंपनी


अल्फाबेट की सफलता उसकी सब्सिडियरी कंपनी गूगल की सफलता से जुड़ी है जो दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन होने के साथ ही सबसे लोकप्रिय वेबसाइट्स में से एक है. अल्फाबेट की सब्सिडियरी कंपनियों में गूगल के अलावा यूट्यूब (Youtube) भी शामिल है जो दुनिया की सबसे बड़ी वीडियो शेयरिंग वेबसाइट है. गूगल और यूट्यूब अल्फाबेट की सबसे बड़ी रेवेन्यू जेनरेटिंग कंपनियों में शुमार है. 


कई  सब्सिडियरी है मौजूद 


अल्फाबेट के दूसरे सब्सिडियरी कंपनियों पर नजर डालें तो उनमें वरिली लाइफ साइसेंज  (Verily Life Sciences) कैलिको जीवी (Calico, GV ), कैपिटल जी (CapitalG ), एक्स जिसे पहले गूगल एक्स के नाम से जाना जाता था. इसके अलावा नेस्ट लैब्स ( Nest Labs) भी शामिल है. ड्रोन कंपनी टेर्रा बेल्ला (Terra Bella) और फाइबर ऑप्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी फाइबर (Fiber) भी अल्फाबेट की सब्सिडियरी कंपनी है. 


सुंदर पिचाई हैं सीईओ 
 
भारतीय मूल के सुंदर पिचाई अल्फाबेट के मौजूदा सीईओ है. और  लैरी पेज ( Larry Page) और सर्गे ब्रिन ( Sergey Brin) कंपनी के फाउंडर हैं. अल्फाबेट का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.52 ट्रिलियन डॉलर है. और ये दुनिया की चौथी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है. भारतीय अर्थव्यवस्था 3 ट्रिलियन डॉलर के करीब है. यानि इंडियन इकोनॉमी के आधे आकार के बराबार अकेले अल्फाबेट का मार्केट कैपिटलाइजेशन है. दुनियाभर में गूगल के करीब 1,90,000 एम्पलॉयज हैं . 


20 वर्ष में 3.18 से 282 बिलियन डॉलर पहुंचा रेवेन्यू 
 
2022 में अल्फाबेट का रेवेन्यू 282.83 बिलियन डॉलर रहा था. और इस वर्ष 2023 में 284.61 बिलियन डॉलर का लक्ष्य है. 2020 में कंपनी का रेवेन्यू 182 बिलियन डॉलर रहा था जो कोरोना काल में जबरदस्त बढ़ोतरी के साथ 2021 में 41.15 फीसदी के उछाल के साथ 257.63 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा. लेकिन 2023 में वैश्विक आर्थिक संकट के चलते कंपनी ने गाइडेंस घटा दिया है. 2004 में रेवेन्यू केवल 3.18 बिलियन डॉलर रहा था.  


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