Google: गूगल जैसी बड़ी कंपनियां एंप्लाइज को समझती हैं डिस्पोजेबल, इस्तेमाल के बाद देती हैं फेंक- जानें किसने कहा ये
गूगल से अचानक निकाले गए सीनियर कर्मचारी जस्टिन मूरे ने अपना दर्द सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बयां किया है, जानिए कंपनी में काम कर रहे कर्मचारियों को क्या सलाह दी...

Google Layoffs 2023 : दुनिया भर के देशों में आर्थिक मंदी का दौर शुरू हो चुका है, इससे निपटने के लिए बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां (Tech Companies) अपने खर्चे कम कर रही है. जिसका असर अब कंपनियों के कर्मचारियों पर साफ तौर से देखा जा रहा है. जिन कंपनियों में कभी व्यक्ति का सपना काम करने का रहता था, आज वे कंपनियां अपने सीनियर कर्मचारी तक को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा रही है. कंपनी में जो लोग लंबे समय से काम कर रहे है, अब उन पर छंटनी की तलवार लटक रही है. धीरे-धीरे कई हज़ारों कर्मचारियों को नौकरी से बाहर निकाला जा रहा है. ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. वही दूसरी और दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल (Google) भी इस लिस्ट में शामिल हो गई है. गूगल के एक कर्मचारी ने नौकरी से निकाले जानें का दर्द सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बयां कर दिया है. जिसे जानकर आप अंदाजा लगा सकते हैं, नौकरी जाने के बाद कर्मचारी किस दर्द का सामना कर रहे है, जानिए क्या है पूरा मामला.....
12,000 कर्मचारियों की छंटनी
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc) ने लगभग 12,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. कंपनी के इस फैसले से इंजीनियरिंग मैनेजर जस्टिन मूर (Justin Moore) की नौकरी चली गई है, जिन्होंने लगभग 17 साल (16 साल 5 महीने) तक गूगल को अपनी सेवाएं दी. फिर भी कंपनी ने उन्हें अचानक बाहर निकाल दिया है.
लिंक्डइन पर किया पोस्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जस्टिन मूरे ने लिंक्डइन पर पोस्ट (Linkedin Post) में लिखा, गूगल में 16.5 से ज्यादा सालों तक काम करने के बाद, मुझे आज सुबह 3.00 बजे पता चला कि मैं भी उन 12,000 भाग्यशालियों में से एक हूं, जिसकी नौकरी चली गई है. मेरा कंपनी अकाउंट ऑटोमेटिक डिएक्टिव हो गया, इससे मुझे यह एहसास हुआ है. मेरे पास कोई अन्य जानकारी नहीं है, क्योंकि मुझे कोई मैसेज नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि कंपनी के साथ 16 साल काम करने का अनुभव शानदार रहा. इस दौरान उन्होंने और उनकी टीम ने जो काम किया था, उस पर उन्हें गर्व है. मुझे बहुत अच्छे लोगों के साथ काम करने का मौका मिला और दुनियाभर के लोगों से मैं जुड़ा हूं..
कर्मचारियों का बांधा हौसला
इंजीनियरिंग की भूमिका निभाने वाले जस्टिन मूरे ने कहा कि “नौकरी से सिर्फ आपका घर चलाता है कि आपका जीवन नहीं है. गूगल सहित बड़ी कंपनियां सिर्फ आपको 100 फीसदी डिस्पोजेबल के रूप में देखते हैं, यानी जिन्हें इस्तेमाल के बाद फेंका जा सकता है, इसलिए जीवन को जियो, काम को नहीं. इससे पहले अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन (Alphabet Workers Union) ने छंटनी के फैसले को अस्वीकार्य बताया था. यूनियन का कहना है कि पिछले साल कंपनी ने 17 बिलियन डॉलर प्रॉफिट अर्जित किया था. अब हमारी नौकरियां खतरे में हैं.
नई नौकरी मिलने तक होगी मदद
छंटनी के ऐलान के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai) ने कहा कि कंपनी छंटनी में प्रभावित प्रत्येक कर्मचारी की नई नौकरी नहीं मिल जाने तक हरसंभव मदद करेगी. एम्पलाइज को सर्वेंस पैकेज के साथ-साथ अन्य सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा. इसमें प्रभावित कर्मचारियों को साल 2022 के बोनस और शेष अवकाश के समय का भुगतान भी किया जाएगा.
गूगल में छंटनी हुई शुरू
दुनिया के कई देशों में काम रही ट्विटर (Twitter), फेसबुक (Facebook), मेटा (Meta), अमेजन (Amazon)और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के बाद गूगल (Google), सहित कई दिग्गज टेक कंपनियों ने पिछले कुछ महीनों में हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. इस छंटनी में गूगल के इंजीनियरिंग मैनेजर जस्टिन मूरे (Justin Moore) ने मुश्किल घड़ी आने के पर अपना दर्द सोशल मीडिया पर सज़ा किया है, साथ ही लोगों का हौसला भी बढ़ाया है.
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