सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को यस बैंक में कंसोर्टियम के जरिए हिस्सेदारी खरीदने की योजना को मंजूरी दे दी है. समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने बताया कि एसबीआई को कंसोर्टियम के सदस्यों को चुनने के लिए भी हरी झंडी दे दी गई है. इस विषय में जल्द ही आधिकारिक घोषणा की जाने की उम्मीद की जा रही है.
यस बैंक और एसबीआई के प्रतिनिधियों ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
बता दें यस बैंक ने सितंबर 2019 में 2 बिलियन डॉलर की पूंजी जुटाने की योजना की घोषणा की थी. यस बैंक के शेयरों ने इस रिपोर्ट के बाद 17 प्रतिशत की छलांग लगाई, जबकि एसबीआई के शेयर 5 प्रतिशत गिर गए.
इस विषय पर टिप्पणी करते हुए भारतीय बैंक एसोसिएशन (आईबीए) के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी वीजी कन्नन ने एक बयान में बताया कि एसबीआई द्वारा खरीद की हिस्सेदारी को एक्यूजीशन (अधिग्रहण) के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इसे एक निवेश के रूप में देखा जाना चाहिए. उन्होंने बैंकिंग नियामक का हवाला देते हुए कहा कि नियामक किसी अन्य बैंक में पर्याप्त हिस्सेदारी हासिल करेने की अनुमति नहीं देता है. इस वजह से इसे एक इंवेस्टमेंट करार दिया जाना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि जनवरी 2020 में एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने कहा था कि उन्हें ऐसा लगता है कि यस बैंक को यूं विफल होने नहीं दिया जाएगा.