नई दिल्ली: बिजली मंत्रालय ने चीन से बिजली सप्लाई और नेटवर्क के उपकरणों के आयात पर पूरी तरह रोक लगा दी है. मंत्रालय ने सुरक्षा खतरे और साइबर हमलों का हवाला देकर दूसरे देशों से इनके आयात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया है. मंत्रालय के मुताबिक पहले के रेफरेंस लिस्ट में शामिल देशों से आयात करने के पहले सरकार की मंजूरी लेनी होगी. अब इस सूची में पाकिस्तान और चीन को शामिल कर लिया गया है. यानी अब चीन और पाकिस्तान से बिजली सप्लाई और नेटवर्क के उपकरणों के आयात के लिए सरकार से इजाजत लेनी  होगी.


साइबर हमले और जासूसी का खतरा 


मंत्रालय ने कहा है कि आयातित बिजली सप्लाई और नेवटवर्क के उपकरणों और पुर्जों की जांच कराई जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसमें मलवेयर या जासूसी करने वाला सॉफ्टवेयर तो नहीं है. इसके साथ यह पता किया जाएगा कि यह भारतीय मानकों पर खरे उतरते हैं या नहीं. शुक्रवार को एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिये राज्यों की ऊर्जा मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बिजली मंत्री आर के सिंह ने कहा कि भारत 71,000 करोड़ रुपये के बिजली उपकरण आयात करता है, जिसमें 21,000 करोड़ के उपकरण चीन से आते हैं.


बिजली उपकरण से जुड़ा घरेलू उद्योग मंत्रालय के सामने चिंता जता चुका है कि चीन के बिजली उपकरणों की बाढ़ देश में आती रही तो वहां से साइबर हमला हो सकता है. देश में बिजली उपकरणों का 2.08 लाख करोड़ रुपये का बाजार है, जिसमें 71,570 करोड़ रुपये के बिजली उपकरणों का आयात होता है.


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