Government Bond: अगर आप ऐसी सरकारी स्कीम में निवेश करना चाहते हैं जो रिटर्न तो ज्यादा दे ही, टैक्स भरने के झंझट से भी फ्री हो तो आपको सरकारी बॉन्ड में निवेश करना चाहिए. इन्हें आम भाषा में टैक्स फ्री बॉन्ड भी कहा जाता है और आयकर कानून 1961 की धारा 10 के अनुसार सरकारी बॉन्ड के ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता है.
क्या हैं सरकारी बॉन्ड
सरकार की ओर से ये बॉन्ड जारी किए जाते हैं और इनसे जुटाए पैसे के जरिए सरकार सड़क, हाईवे बनवा सकती है या अन्य किसी कार्य में लगा सकती है. आम तौर पर ये 10 साल के लिए जारी किए जाते हैं और इन्हें सरकारी कंपनियां या संस्थाएं जारी कर सकती हैं. जो लोग ज्यादा लंबे समय के लिए निवेश कर सकते हैं और अच्छे रिटर्न की इच्छा रखते हैं, उनके लिए ये सरकारी बॉन्ड काफी अच्छा ऑप्शन साबित हो सकते हैं. इन बॉन्ड के निवेश पर आपसे कोई टीडीएस नहीं काटा जाता है.
क्या हैं सरकारी बॉन्ड से जुड़ी जरूरी बातें
- टैक्स फ्री बॉन्ड या सरकारी बॉन्ड का रिटर्न उसकी मात्रा पर काफी हद तक निर्भर करता है क्योंकि ये सीमित मात्रा में जारी किये जाते हैं.
- इनपर 5.50 फीसदी से लेकर 6.50 फीसदी तक का औसत रिटर्न या ब्याज दर मिलती है जो आपको एफडी-सेविंग अकाउंट से ज्यादा ही रिटर्न देते हैं.
- सरकारी बॉन्ड का रिटर्न सालाना आधार पर जारी किया जाता है.
- टैक्स फ्री बॉन्ड या सरकारी बॉन्ड फिजिकल मोड या डिजिटल डीमैट अकाउंट में जारी किए जाते हैं.
- बॉन्ड का टाइम आमतौर पर 10 साल होता है लेकिन कुछ मामलों में 10-20 साल के लिए भी हो सकता है.
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