हॉस्पेटिलिटी सेक्टर में संकट से बढ़ी बेरोजगारी
एविएशन, टूरिज्म और हॉस्पेटिलिटी सेक्टर की दिक्कतों को देखते हुए सरकार इनके लिए जल्द ही राहत का ऐलान कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक इनसे संबंधित मंत्रालयों में इस पर बातचीत हो रही है. राहत उपायों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक सरकार इन सेक्टरों को टैक्स इन्सेंटिव दे सकती है. सरकार की ओर से इन सेक्टरों को कर्ज मोरेटोरियम भी दिया जा सकता है.
20 लाख करोड़ के पैकेज में एविएशन सेक्टर के लिए मामूली प्रावधान
सूत्रों का कहना है कि सरकार ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जो 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया था उसमें इस सेक्टर के लिए कुछ खास नहीं था. जबकि इस एविएशन और हॉस्पेटिलिटी सेक्टर में बड़ी तादाद पर लोगों को रोजगार मिला हुआ है. लॉकडाउन से सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वालों सेक्टर में ये भी शामिल हैं. हालांकि सरकार अब भी अर्थव्यवस्था को राहत देने के खुल कर खर्च नहीं कर रही है. इसका सबसे ज्यादा रोजगार पर पड़ा है. देश में बेरोजगारी काफी बढ़ गई है. अर्थशास्त्रियों का मानना है कि रोजगार के मोर्चे पर 2022 से पहले कोई राहत की गुंजाइश नहीं दिख रही है.
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