Banks Merger in India: देश में एक बार फिर से बैंकों के मर्जर पर चर्चा शुरू हो गई है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर आए एक डॉक्यूमेंट से चार बैंकों के मर्जर की खबरें आने लगी हैं. बैंकों के विलय के लिए अगला नंबर बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, यूनियन बैंक और यूको बैंक का हो सकता है. संसदीय समिति अगले साल की शुरुआत में इन चारों बैंक से संभावित विलय पर चर्चा शुरू कर सकती है. इस विलय के बाद दो बड़े बैंक देश में सामने आएंगे 


इन चार बैंकों के नाम आए सामने 


रॉयटर्स ने वित्त मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट दी है. इसके मुताबिक, यूको बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों से 2 जनवरी, 2024 को सरकार वार्ता शुरू कर सकती है इसके बाद 6 जनवरी, 2024 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र और बैंक ऑफ इंडिया के विलय की संभावनाएं तलाशी जाएंगी यह बैठकें मुंबई और गोवा में होंगी हालांकि, सूत्रों ने इसे रूटीन एक्सरसाइज बताया है. इस डॉक्यूमेंट पर भारत सरकार के उप सचिव रमेश यादव के हस्ताक्षर हैं यह सरकारी दस्तावेज 16 नवंबर को जारी हुआ था.  






देश के महत्वपूर्ण वित्तीय संस्थानों को बुलाया गया 


रिपोर्ट के अनुसार, इस लेटर के जरिए इन चारों बैंकों के अलावा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), एलआईसी (LIC) के चेयरमैन, इरडा (IRDAI) और नाबार्ड को भी बुलाया गया है. साथ ही इस लेटर में न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ को भी बुलावा भेजा गया है.    


2019 में 10 सरकारी बैंकों का हुआ था मर्जर 


केंद्र सरकार ने 2019 में देश के 10 सरकारी बैंकों का मर्जर किया था इस मेगा मर्जर के बाद 4 सरकारी बैंक सामने आए थे. इससे पहले कैबिनेट ने 2017 में एसबीआई की पांच सब्सिडिरी बैंकों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में विलय को मंजूरी दी थी. मार्च, 2020 में सरकार ने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का विलय पंजाब नेशनल बैंक में कर दिया था. इसके अलावा सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक, कॉरपोरशन बैंक को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक को इंडियन बैंक में विलय कर दिया था.


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