सरकार ने मानी गलती, नवंबर में सोने के इंपोर्ट का आंकड़ा सुधारा-इसी के चलते व्यापार घाटा था रिकॉर्ड पर
Gold Import Data: अब सोने के आयात के आंकड़ों को लेकर जो रीकंसीलेशन (सामंजस्य) सामने आया है, उससे नवंबर का ट्रेड डेफिसिट भी नीचे आएगा, ऐसा कहा जा सकता है.
Gold Import: केंद्र सरकार ने नवंबर के सोने के आयात के आंकड़े को सुधारा है और इसे 14.86 बिलियन डॉलर से कम करके 9.84 बिलियन डॉलर का कर दिया है. रिवाइज्ड आंकड़ों में गोल्ड के शिपमेंट के डेटा के हिसाब से आयात किए गए सोने की कुल वैल्यू में 34 फीसदी तक की कमी आई है. वाणिज्य मंत्रालय के डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ कमर्शियल इंटेलीजेंस और स्टेटिस्टिक्स के 8 जनवरी को अपलोड किए गए डेटा के मुताबिक ये जानकारी मिली है.
नवंबर के व्यापार घाटे पर दिखेगा असर-आएगा नीचे
इसका अर्थ है कि नवंबर के लिए सोने के इंपोर्ट का जो आंकड़ा आया था, वो कैलकुलेशन में गिनती की वजह से इतने उच्च स्तर तक गया था. इतना ही नहीं इसी डेटा के कारण नवंबर में भारत का व्यापार घाटा रिकॉर्ड ऊंचाई पर चला गया था और नवबंर के बाद से रुपये में अब तक के सबसे निचले स्तर देखे जा रहे हैं. अब सरकार के इस आंकड़े में सुधार के बाद गोल्ड शिपमेंट के सही डेटा का पता चला है और इसी के चलते व्यापार घाटे का डेटा भी सुधरेगा.
नवंबर में भारत का व्यापार घाटा अचानक अभूतपूर्व रूप से बढ़कर 37.8 बिलियन डॉलर तक चला गया था. इसमें मुख्य कंपोनेंट के तौर पर सोने का भी हाथ इस डेटा में देखा गया. सोने का आयात एक साल पहले के 3.44 बिलियन डॉलर की तुलना में चार गुना बढ़कर रिकॉर्ड 14.8 बिलियन डॉलर हो गया था.
कैसे हुई सोने के आयात के आंकड़े में गड़बड़
मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के मुताबिक मैथडोलॉजी में बदलाव के बाद अधिकारियों ने वेयरहाउसेज मे गोल्ड शिपमेंट्स को दोहरी बार गिन लिया था. एक और रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा कहा जा रहा है कि अधिकारियों ने शायद कस्टोडियन की तरफ से फ्री ट्रेड जोन के गोदामों में रखे गए गोल्ड इंपोर्ट को घरेलू बैंकों की तरफ से बताए गए आंकड़ों के साथ जोड़ दिया जो कस्टोडियन से सोना खरीदते हैं. इस डबल कैलकुलेशन के चलते भी सोने का आयात इतने ऊंचे स्तर पर पहुंचा दिखा था.
नवंबर के गोल्ड इंपोर्ट का रीकंसीलेशन बदलेगा ट्रेड डेफिसिट का आंकड़ा
जुलाई 2024 में आम बजट के दौरान सोने के आयात पर ड्यूटी में कटौती के बाद सोने के आयात में बढ़ोतरी देखी गई थी लेकिन नवंबर के इस तेज उछाल ने कई एक्सपर्ट्स को भी हैरान कर दिया था. हालांकि अब सोने के आयात के आंकड़ों को लेकर जो रीकंसीलेशन (सामंजस्य) सामने आया है, उससे नवंबर का ट्रेड डेफिसिट भी नीचे आएगा, ऐसा कहा जा सकता है. इसका अर्थ है कि नवंबर का ट्रेड डेफिसिट यानी व्यापार घाटे के आंकड़े जो रिकॉर्ड ऊंचाई पर जा पहुंचे थे, उसमें कमी आ जाएगी और ये घटकर दिखेगा.
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