Vodafone Idea Share Update: भारी कर्ज के बोझ में दबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea ) में सरकार हिस्सेदारी उठाने जा रही है. लेकिन सरकार कंपनी के शेयर के भाव 10 रुपये के ऊपर स्थिर होने पर ही इसमें हिस्सेदारी लेगी. गुरुवार को कारोबार खत्म होने पर वोडाफोन आइडिया का शेयर 0.51 फीसदी की गिरावट के साथ 9.70 रुपये पर बंद हुआ है. वोडाफोन आइडिया ने सरकार को 10 रुपये के शेयर के भाव पर हिस्सेदारी लेने का ऑफर दिया है.
सेबी का नियम कहता है कि अधिग्रहित की जाने वाली कंपनी का शेयर के वैल्यू के आधार पर अधिग्रहण किया जाना चाहिए. केंद्र सरकार वोडाफोन आइडिया के शेयर के 10 रुपये के ऊपर स्थिर होने के बाद दूरसंचार विभाग से अधिग्रहण के मंजूरी मिलने के बाद हिस्सेदारी कंपनी में लेगी. वित्त मंत्रालय से वोडाफोन आइडिया में हिस्सेदारी लेने की मंजूरी मिल चुकी है.
वोडाफोन आइडिया पर सरकार का जो रकम बकाया है उसपर करीब 16000 करोड़ रुपये ब्याज बनता है उसे शेयरों में बदलने का फैसला कंपनी ने लिया है. इस बकाये को कर्ज में बदलने के बाद वोडाफोन आइडिया में सरकार की 33 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी. इससे प्रोमोटर की हिस्सेदारी भी कंपनी में 74.99 फीसदी से घटकर 50 फीसदी रह जाएगी.
सरकार ने बीते साल टेलीकॉम कंपनियों को दिए गए राहत पैकेज में स्पेक्ट्रम की किस्त और एजीआर के बकाया रकम पर ब्याज को चार साल में चुकाने का विकल्प दिया था. सरकार ने कहा था कि जो ब्याज बनेगा उसे कंपनी शेयरों में भी कनवर्ट कर सकती है. वोडाफोन आइडिया पर अप्रैल जून तिमाही में कुल 1,99,080 लाख करोड़ का कुल कर्ज बकाया था.
वहीं माना जा रहा है कि 4जी और 5जी सेवा के विस्तार करने और रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से मिलने वाली चुनौती का सामना करने के लिए कर्ज जुटाने खातिर कंपनी बैंकों से बात कर रही है.