Onion Rates: टमाटर के बाद देश में प्याज की कीमतों को स्थिर रखने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. सरकार ने कई जगहों पर प्याज को 25 रुपये प्रति किलो पर बेचने की व्यवस्था की है. अब सरकार ने कहा है कि प्याज को किसानों से उच्च रेट पर खरीदा जाएगा. इससे किसानों को सीधा लाभ पहुंचेगा.
सरकान ने मंगलवार को 2410 रुपये प्रति क्विंटल पर प्याज खरीदने का वादा किया, जो मौजूदा मंडी भाव 2000 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा है. सरकार ने सब्जी पर 40 फीसदी निर्यात कर से प्रभावित किसानों की मदद करने की मांग की थी, जिस कारण प्याज किसानों और व्यापारियों का मानना है कि इस कदम से बाजार में कोई खास असर नहीं पड़ेगा.
इतना एक्स्ट्रा प्याज खरीदेगी सरकार
खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और किसानों की सहकारी संस्था नेफेड महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसानों से अगले कुछ हफ्तों के दौरान एक्स्ट्रा 0.2 मिलियन टन (एमटी) प्याज खरीदेगी.
पीयुष गोयल ने कहा कि वर्तमान में प्याज का निर्यात की फ्री ऑन बोर्ड (एफओबी) कीमतें करीब 320 डॉलर प्रति टन है, भारतीय रुपये के हिसाब से किलोग्राम में 18-20 रुपये है. यह उस कीमत से काफी कम है, जिसपर एजेंसियां स्थिर सब्जियां खरीदना शुरू करेंगी.
प्याज का हुआ रिकॉर्ड निर्यात
अप्रैल-जून (2023-24) के दौरान प्याज का निर्यात पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 26 फीसदी से अधिक बढ़कर 0.63 मीट्रिक टन हो गया. वही भारत ने 2022—23 में रिकॉर्ड 2.5 मीट्रिक टन प्याज का निर्यात किया है, जो पिछले वित्त वर्ष से 65 फीसदी ज्यादा है. निर्यात करने वाले देशों में बांग्लादेश, मलेशिया, श्रीलंका और नेपाल की बड़ी हिस्सेदारी थी.
60 से 70 रुपये किलो तक जाएंगी प्याज की कीमतें
सरकारी डाटा के मुताबिक, साल की शुरुआत से प्याज की मॉडल खुदरा कीमतें 20 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर मंगलवार को 30 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं. रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने एक हालिया रिपोर्ट में कहा कि खुदरा प्याज की कीमतें अगले महीने 60-70 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंचने की उम्मीद है.
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