Gram Ujala Yojna Scheme in Villages: ग्राम उजाला योजना (Gram Ujala Yojna) केंद्र की मोदी सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना में से एक है, जिसमें सरकार द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि देश के हर घर में एलईडी बल्ब की पहुंच हो सके. इस योजना के द्वारा सरकार के 10 रुपये में एलईडी (LED) बल्ब  लोगों के बीच बांट रही है.


खास बात ये है कि सरकारी कंपनी कन्वर्जेन्स एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (Convergence Energy Services Limited) यानी सीईएसएल (CESL) ने ग्राम उजाला योजना के तहत 50 लाख एलईडी बल्ब को बांटा जा चुका है. यह अब तक देश के बड़े हिस्से जैसे बिहार (Bihar), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), कर्नाटक (Karnataka) और तेलंगाना (Telangana) के ग्रामीण इलाकों (Village Palaces) में लागू की गई है.


ग्राम उजाला योजना को ग्रामीण इलाकों में मिल रहा बेहतर रिस्पॉन्स
आपको बता दें कि सीईएसएल (CESL) ने साल 2021 के मार्च महीने में गांवों में सस्ती कीमत यानी 10 रुपये में एलईडी बल्ब बांटने का काम शुरू किया था. इस योजना के तहत सीईएसएल ने एक दिन में 10 लाख  एलईडी बल्ब लोगों के बीच बांटे थे. इस योजना के तहत पुराने बल्बों के बदले में सरकार 10 रुपये के मामूली शुल्क पर 3 साल की गारंटी के साथ अच्छी क्वालिटी का 7 वाट और 12 वाट के एलईडी बल्ब (LED Bulb) लोगों को उपलब्ध करा रही है. इस स्कीम के तरह एक परिवार को ज्यादा से ज्यादा 5 बल्ब  (5 Bulb) दिए जा सकते हैं.  


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सरकार की सालाना 250 करोड़ रुपये की होगी बचत
आपको बता दें कि ग्राम उजाला योजना के तहत एलईडी बल्ब के डिस्ट्रीब्यूशन (Bulb Distribution) के चलते हर वर्ष करीब 72 करोड़ बिजली यूनिट (Electricity Unit) की खपत कम हो रही है. इस कारण ग्रामीण इलाकों (Village Area) में बिजली बिल में करीब 250 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई है जो सरकार द्वारा माफ किया गया है. इस योजना को साल 2022 मार्च तक के लिए लागू किया गया है. लेकिन, यह उम्मीद जताई जा रही है कि योजना से होने वाले लाभ के कारण सरकार समय सीमा को आगे बढ़ा सकती है.


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