नई दिल्लीः आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भारी हंगामे के बाद जीएसटी बिल पास हो गया है. देश का एकमात्र राज्य जहां 1 जुलाई से जीएसटी लागू नहीं हुआ है वो जम्मू-कश्मीर ही है. यहां एसेंबली में जीएसटी बिल पास ना होने की वजह से जीएसटी लागू नहीं हो पाया था. जम्मू कश्मीर की कैबिनेट अब राज्यपाल को सिफारिशें भेजेगी. सिफारिशें पास होते ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इनको मंजूरी का आदेश दे देंगे. इसके बाद जम्मू कश्मीर राज्य में भी 6 जुलाई से जीएसटी लागू हो जाएगा.
हालांकि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसके विरोध में ट्विटर पर लिखा कि बीजेपी सरकार ने राज्य में जीएसटी लागू करने का पहले ही मन बना लिया था तो सभा में राय लेने जैसा नाटक क्यों?
हालांकि बिल पास होने से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस के विधायकों के साथ निर्दलीय विधायकों के विरोध के चलते जम्मू विधानसभा में भारी हंगामा हुआ. जम्मू-कश्मीर में जीएसटी के मुद्दे पर चार दिवसीय राज्य विधानसभा और विधानपरिषद सत्र का पहला दिन कल मंगलवार को था और इसमें भी भारी हंगामा हुआ था. आज दूसरे दिन भी सुबह से शाम तक भारी हंगामे के बावजूद शाम को पीडीपी-बीजेपी गठबंधन की सरकार एसेंबली में जीएसटी बिल पास कराने में सफल हुई. आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जीएसटी पास होने के साथ पूरे देश में 'एक देश एक टैक्स' की परिकल्पना 6 जुलाई को साकार हो जाएगी.
क्यों जेएंडके में लागू नहीं हुआ था जीएसटी?
संविधान में अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा मिला हुआ है. जम्मू कश्मीर का अपना अलग संविधान है और रियासत सरकार को टैक्स लगाने और वसूलने का अधिकार हासिल है. इस व्यवस्था के कारण जम्मू कश्मीर में संविधान के 101वें संशोधन को सीधे लागू नहीं किया जा सकता था. अब जीएसटी बिल पर मंजूरी मिलने के बाद सीधा राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद 6 जुलाई से यहां जीएसटी लागू हो जाएगा.