GST Intelligence: टैक्स चोरी में अव्वल है यह शहर, जीएसटी इंटेलिजेंस ने पकड़ी सबसे बड़ी रकम
Goods and Services Tax: जीएसटी इंटेलिजेंस ने पिछले वित्त वर्ष में सबसे ज्यादा 2.01 लाख करोड़ रुपये की चोरी पकड़ी है. सेंट्रल जीएसटी जोन को मिलाकर यह रकम 2.37 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाती है.
Goods and Services Tax: देश में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लागू हो जाने के बाद टैक्स चोरी करना इतना आसान नहीं रहा गया है. इसके बावजूद लोग जीएसटी चोरी का कोई न कोई तरीका निकाल ही लेते हैं. ऐसे लोगों की धरपकड़ के लिए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) लगातार काम करता रहता है. वित्त वर्ष 2023-24 की डीजीजीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने देश में 2.01 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का खुलासा किया है. इसमें अगर सेंट्रल जीएसटी (Central GST) जोन द्वारा पकड़ी गई रकम भी जोड़ दें तो यह आंकड़ा 2.37 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है. देश में सबसे ज्यादा टक्स चोरी के मामले मुंबई में पकड़े गए.
मुंबई जोन से 70,985 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी गई
जीएसटी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार, डीजीजीआई (Directorate General of GST Intelligence) और सेंट्रल जीएसटी जोन ने मिलकर टैक्स चोरी के 20,576 केस का खुलासा किया है. इनमें मुंबई जोन से 70,985 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी गई है. इसके बाद दिल्ली में 18,313 करोड़ रुपये, पुणे में 17,328 करोड़ रुपये, गुरुग्राम में 15,502 करोड़ रुपये और हैदराबाद में 11,081 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी गई है.
एक वित्त वर्ष में लगभग दोगुना हो गया जीएसटी चोरी का आंकड़ा
साल 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद टैक्स चोरी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में 1.01 लाख करोड़ रुपये की टैक्स चोरी जीएसटी इंटेलिजेंस ने पकड़ी थी. एक ही वित्त वर्ष में यह आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है. जीएसटी चोरी के लगभग 46 फीसदी मामले टैक्स का पेमेंट न करने, 20 फीसदी फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (Input Tax Credit) और 19 फीसदी गलत तरीकों से लाभ लेने के हैं. वित्त वर्ष 2017-18 में यह आंकड़ा 7,879 करोड़ रुपये, 2018-19 में 19,319 करोड़ रुपये, 2019-20 में 21,739 करोड़ रुपये, 2020-21 में 31,908 करोड़ रुपये और 2021-22 में 50,325 करोड़ रुपये रहा था.
इन सेक्टर्स में की जा रही सबसे ज्यादा गड़बड़ी
जीएसटी इंटेलिजेंस के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग, बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, इंश्योरेंस सेक्टर, लोहा, तांबा, स्क्रैप और अलॉय में जमकर टैक्स चोरी की जा रही है. रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर में 81,875 करोड़ रुपये की सबसे अधिक जीएसटी चोरी पकड़ी गई. इसके अलावा पान मसाला, तंबाकू, सिगरेट, बीड़ी, प्लाइवुड, लकड़ी, कागज, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, मार्बल, ग्रेनाइट और टाइल्स में करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी गई है.
ये भी पढ़ें