GST on Pizza Topping: पिज्जा के टेस्ट नहीं टैक्स को लेकर अदालत में पहुंचा मामला, जानें क्या आया फैसला
GST on Pizza Topping: किन वस्तुओं एवंं सेवाओं पर किस दर से वस्तु एवं सेवा कर लगाया जाए, इसका निर्धारण अदालतें करती रही हैं. हाल ही में कोर्ट ने पिज्जा टॉपिंग को लेकर भी अपना निर्णय दिया है.
GST on Pizza Topping: पिज्जा के टॉपिंग्स ही इसे स्वादिष्ट बनाते हैं. बात अगस्त की है जब पिज्जा टॉपिंग्स बनाने वाली एक कंपनी को इस पर लगने वाले वस्तु एवं सेवा कर (GST) को लेकर कोर्ट जाना पड़ा. पांच साल पहले जीएसटी लागू किया गया था और अब इससे हर महीने लगभग 17 अरब डॉलर सरकार के खाते में जा रहे हैं. अब बात करते हैं अदालत में पहुंचे मामले की.
मोजारेला (Mozzarella) टॉपिंग्स को लेकर खेड़ा ट्रेडिंग कंपनी ने अदालत में कहा कि इसे चीज के तौर पर वर्गीकृत किया जाना चाहिए, जिस पर 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगता है. कंपनी ने यह भी कहा कि चीज और मिल्क सॉलिड की बदौलत ही पिज्जा की एक-तिहाई टॉपिंग्स तैयार होती है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा की एक अदालत ने इस बात पर अपनी असहमति जताई. अदालत ने कहा कि टॉपिंग में शामिल चीज को अकेले चीज के तौर पर वर्गीकृत नहीं किया जा सकता.
अदालत ने कहा कि टॉपिंग्स में वनस्पति तेल की हिस्सेदारी 22 प्रतिशत होती है. कंपनी ने कहा कि तेल से पिज्जा में सिर्फ स्वाद ही नहीं आता बल्कि इससे टेक्सचर भी बेहतर आता है. यह सस्ता भी है. अदालत ने कहा कि वनस्पति फैट चीज का इन्ग्रेडिएंट नहीं है. इसकी वजह से टॉपिंग्स को चीज में शामिल नहीं किया जा सकता, इसे एडिबल प्रीपेयरेशन कहना ज्यादा बेहतर होगा, साथ ही इस पर 18 प्रतिशत की दर से GST लगाया जाएगा. और इस प्रकार कंपनी केस हार गई.
पिज्जा की टॉपिंग्स की तरह ही पराठा से जुड़ा मामला भी अदालत पहुंचा था. 20 महीने तक मामले पर सुनवाई चलती रही. सितंबर में फैसला आया कि पराठे पर 18 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा. वहीं, रोटी पर 5 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाया जाता है.
आपको याद होगा कि अदालत ने आइसक्रीम पर लगने वाले जीएसटी को लेकर भी एक बड़ा फैसला दिया था. कोर्ट ने कहा था कि रेस्तरां की तुलना में पार्लर पर बिकने वाले आइसक्रीम पर ज्यादा टैक्स देना होगा. पार्लर में बिकने वाले आइसक्रीम पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला आया था. कोर्ट ने कहा था कि आइसक्रीम पार्लर्स पहले से तैयार आइसक्रीम बेचते हैं और रेस्तरां की तरह खपत के लिए आइसक्रीम बनाते नहीं हैं.
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