GST Collection: देश में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) कलेक्शन के आंकड़े ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और यह अब तक के सर्वाधिक उच्च स्तर पर आ गया है. अप्रैल 2024 में जीएसटी कलेक्शन 2.10 लाख करोड़ रुपये पर आया है.
जीएसटी कलेक्शन ने भरा सरकार का खजाना
जीएसटी कलेक्शन ने इस बार छप्परफाड़ राजस्व हासिल किया है और सरकार का खजाना भर दिया है. पहली बार किसी महीने में जीएसटी राजस्व 2 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है. अप्रैल 2024 में जीएसटी संग्रह 2.10 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि एक ऐतिहासिक कलेक्शन है. ग्रास रेवेन्यू ने साल दर साल आधार पर 12.4 फीसदी की शानदार ग्रोथ हासिल की है. रिफंड के बाद के नेट रेवेन्यू को देखें तो ये 1.92 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि सीधे-सीधे सालाना आधार पर 17.1 फीसदी की बढ़ोतरी है.
रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन से खुश हुई सरकार
रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन से सरकार को बेहद खुशी हुई है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस आंकड़े को अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करके खुशी जाहिर की है.
गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स कलेक्शन में ये बढ़ोतरी घरेलू ट्रांजेक्शन में 13.4 फीसदी की शानदार ग्रोथ के बाद देखी गई है और इंपोर्ट में 8.3 फीसदी की बढ़त का भी इसमें साथ है.
जीएसटी कलेक्शन का सिलसिलेवार आंकड़ा
सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (CGST): 43,846 करोड़ रुपये
स्टेट गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (SGST)-53,538 करोड़ रुपये;
इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (IGST)- 99,623 करोड़ रुपये, इसमें 37,826 करोड़ रुपये करोड़ रुपये इंपोर्टेड गुड्स से एकत्रित किए गए
सेस: 13,260 करोड़ रुपये, इसमें 1008 करोड़ रुपये इंपोर्टेड गुड्स से एकत्रित किए गए.
अंतर-सरकारी समझौते के आंकड़े
अप्रैल 2024 के महीने में केंद्र सरकार ने एकत्रित आईजीएसटी से सीजीएसटी को 50,307 करोड़ रुपये और एसजीएसटी को 41,600 करोड़ रुपये का निपटान किया गया. नियमित निपटान के बाद अप्रैल, 2024 के लिए सीजीएसटी के लिए कुल राजस्व 94,153 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 95,138 करोड़ रुपये है.
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